Published On : Sat, Jul 26th, 2014

गोंडपिपरी : गट शिक्षणाधिकारी फंसे एसीबी के जाल में

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सेवापुस्तिका में शैक्षणिक योग्यता दर्ज कराने के लिए मांगे थे एक हजार रिश्वत

गोंडपिपरी 

सेवापुस्तिका में बी.एड व अन्य शैक्षणिक योग्यताएं दर्ज कराने के लिए एक शिक्षक से एक हजार रुपए बतौर रिश्वत मांगने वाले गोंडपिपरी के गट शिक्षणाधिकारी विजय रागीट को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (एसीबी) ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया. रागीट गोंडपिपरी पंचायत समिति के अंतर्गत आने वाले चेक लिखितवाडा के शिक्षक श्रीनिवास रामचंद्र मिरदोड्डीवार से रिश्वत ले रहे थे.

एक हस्ताक्षर का एक हजार
मिरदोड्डीवार जिला परिषद की उच्च प्रा. स्कूल में शिक्षक हैं. वे बी.ए.,एम.ए और बी.एड. की डिग्री प्राप्त हैं. उन्होंने अपनी सेवापुस्तिका पर अतिरिक्त डिग्रियां दर्ज कर दी थी. मगर सेवापुस्तिका पर जब तक गट शिक्षणाधिकारी के हस्ताक्षर नहीं होते तब तक शैक्षणिक योग्यता सेवापुस्तिका में दर्ज नहीं होती. इसी काम के लिए मिरदोड्डीवार गुरुवार को रागीट से मिले थे. मगर हस्ताक्षर करने के लिए रागीट ने उनसे एक हजार रुपए की मांग की. साथ ही कहा कि एक हजार रुपए दिए बगैर वे हस्ताक्षर नहीं करेंगे. इससे परेशान शिक्षक ने एक हजार रुपए देने के लिए हामी भर दी. साथ ही एसीबी (गडचिरोली) को इसकी शिकायत भी कर दी.

बाथरूम में ले रहे थे रिश्वत
शुक्रवार को रिश्वत देना मंजूर हुआ था. रागीट उस दिन एक कार्यक्रम में थे. कार्यक्रम पंचायत समिति के सभागृह में था. वहां जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी उपस्थित थे. रागीट को मोबाइल कर कार्यक्रम से बाहर बुलाया गया. रागीट स्वच्छतागृह में गए. वहां मिरदोड्डीवार ने रागीट को एक हजार रुपए दिए. इसी दौरान एसीबी पथक ने रागीट को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड लिया. यह कारर्वाई एसीबी के पुलिस निरीक्षक मंडलवार, पुलिस हवालदार विठोबा साखरे, सत्यम लोहबरे, परिमल बाला, रविंद्र कात्रोजवार, नरेश आलाम, उमेश मासूरकर ने की.

Representational Pic

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