नागपुर: आरटीई फॉर्म भरने की प्रक्रिया की शुरुआत शनिवार 10 फरवरी से हो चुकी है. लेकिन इसी के साथ ही फॉर्म भरते समय विभिन्न परेशानियों का सामना भी बच्चों के अभिभावकों को करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार बच्चों के फॉर्म तो भरे जा रहे हैं. लेकिन गूगल मैप साईट में स्कूल और पालकों के घरों के अंतर काफी खामियां नजर आ रही है. आरटीई के तहत फॉर्म भरनेवाले अभिभावक का कहना है कि उनके घर का और स्कूल का अंतर आधे किलोमीटर का है. लेकिन गूगल मैप में एक किलोमीटर के दायरे में भी स्कूल दिखाई नहीं दे रही है. जिसके कारण इस अभिभावक ने 3 किलोमीटर बाहर जाकर आवेदन किया. गूगल मैप में घर की लोकेशन और मोहल्ला नहीं दिखने की शिकायतें भी आ रही हैं. साथ ही इसके साईट भी बार बार हैंग होने की वजह से फॉर्म भरनेवाली संस्थाओं के साथ ही बच्चों के अभिभावकों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इस बारे में आरटीई एक्शन कमेटी के चैयरमेन मोहम्मद शाहिद शरीफ ने बताया कि अब तक उनकी संस्था की ओर से नागपुर शहर के 600 और पूरे देशभर से उनके पास 6 हजार बच्चों का डाटा आया है. उन्होंने बताया कि आरटीई फॉर्म भरते समय गूगल मैप साईट में सही लोकेशन नहीं मिलने की वजह से दिक्कते आ रही हैं. शरीफ ने कहा कि इसके लिए पूरी तरह से टेक्निकल विभाग ही जिम्मेदार है. इस बारे में जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षणाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिसाद नहीं दिया.