खामगांव
अभी तक बारिश न होने से किसान के चेहरो पर मायुसी छाई है तो वहीं दूसरी तरफ बारिश ना होने का असर फसल के उत्पादन पर पड़ेगा. कृषि उत्पादन मंडी में बेचने के लिए आनेवाले अनाज में कामी के आसार दिखाईं दे रहे हैं. खामगांव की कृषि उपज मंडी विदर्भ की बड़ी उपज मंडियों में से एक है. इस मंडी में एक ही प्रकार के अनाज के 5 से 6 हज़ार बोरे आते हैं. बुआई के समय अपना माल बेचकर उन पैसों से बीज और खाद खरीदकर उसकि बुआई करने क़े इरादे से घरों में भरके रखा माल बारिश न होने के कारण किसानों ने बेचने के लिए बाहर नहीं निकाला हैं. व्यापारियों की ओर से दाम में बढ़ोत्तारी कीए जाने के बावज़ूद किसान माल बेचने के लिए नहीं आ रहे.
कृषि उपज मंडी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 25 जून को मंडी में गेहूं 2800 बोरे, ज्वार 31 बोरे, मक्का 36 बोरे, उड़द 4 बोरे, मूंग 5 बोरे, तुअर 760 बोरे , चना 645 बोरे , मूंगफली २२८८ बोरे , सूर्यफूल 30 बोरे , सोयाबीन 1180 बोरे और निबोरी के 325 बोरे मंडी में पहुंचे. मंडी में किसानों की आवाजाही काम दिखाईं दे रहि हैं जीससे हमाल औऱ माल काटा करने वाले मजदूरों को पेट भरने जितनी भी मज़दूरी नहीं मील रही.