उमरखेड़-महागांव तालुका पदाधिकारियों की विशेष सभा में उठी मांग
उमरखेड़.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उमरखेड़-महागांव तालुका कमेटी के पदाधिकारियों की 15 अगस्त को हुई विशेष सभा में उमरखेड़ की विधानसभा की सीट राकांपा को देने की मांग की गई. साथ ही, इस विधानसभा क्षेत्र में राकांपा कार्यकर्ताओं के विकास-कार्य अधिकाधिक संख्या में करने की मांग भी की गई.
राजस्थानी भवन में हुई सभा
स्थानीय राजस्थानी भवन में हुई सभा की अध्यक्षता पूर्व विधायक और वसंत शक्कर कारखाना के अध्यक्ष प्रकाश पाटिल देवसरकर ने की, जबकि प्रमुख अतिथि के रूप में राकांपा के जिला अध्यक्ष नानाभाऊ गाडबैल, विधानपरिषद के विधायक ख्वाजा बेग, बाजार समिति के सभापति कृष्णा पाटिल, पार्टी के पर्यवेक्षक श्रद माहुरे, महागांव पंचायत समिति के सभापति विजय महाजन, राजेंद्र गोले, श्याम पाटिल, सरपंच संगठन के महागांव तालुका के अध्यक्ष शेषराव राजीनकर, पूर्व नगराध्यक्ष राजू भैया जयस्वाल, विधानसभा अध्यक्ष बालाजी वानखेड़े, वसंत के पूर्व उपाध्यक्ष के. डी. जाधव, हरीश पुडे उपस्थित थे.
आरोप दर आरोप
इस बैठक में कांग्रेस के विधायक विजय खडसे पर दूजाभाव का आरोप लगाते हुए कहा गया कि चुनाव के बाद उन्होंने कभी न तो कोई बैठक ली और न ही कोई सम्मेलन ही आयोजित किया. सीताराम ठाकरे, भीमराव पाटिल, शेषराव राजनीकर, बालाजी वानखेड़े, राजू भैया जयस्वाल ने कहा कि यवतमाल जिले में 7 सीटें होने के बावजूद केवल पुसद में पार्टी का एकमेव विधायक है. और 3 स्थानों पर पार्टी का विधायक चुना जा सकता है. इसलिए उमरखेड़ की सीट राकांपा के लिए मांगी जानी चाहिए. पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को पार्टी के मुखिया शरद पवार तक पहुंचाने की बात नानाभाऊ गाडबैल और ख्वाजा बेग ने कही. प्रकाश पाटिल देवसरकर ने कहा कि पुसद के बाद राकांपा की सर्वाधिक ताकत उमरखेड़ में ही है. इसलिए यह सीट हमें मिलनी चाहिए. उन्होंने सरकार पर किसानों के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी समय पार्टी के लिए खतरे का है.