तय होगा 19 जुलाई को, टक्कर कांग्रेस और राकांपा के बीच
उमरखेड़
कल 19 जुलाई को तय हो जाएगा कि उमरखेड़ नगर परिषद का अध्यक्ष कौन बनेगा, राकांपा की लक्ष्मीबाई ठाकरे अथवा कांग्रेस की उषाताई आलट. राकांपा की श्रीमती हुमेरानाज रिफत अंसारी के चुनाव मैदान से हटने के बाद अब दो ही नाम बचे हैं.
इस बार उमरखेड़ नगर परिषद के अध्यक्ष का पद सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित है. कांग्रेस के पास जहां 12 नगरसेवकों के साथ बहुमत है, वहीं राकांपा अपने 7 नगरसेवकों के दम पर ताल ठोंक रही है. 2 नगरसेवक शिवसेना के भी हैं. पिछले ढाई साल कांग्रेस की श्रीमती अर्चना नाईक नगराध्यक्ष रहीं. राकांपा ने राजनीतिक दांवपेंच के भरोसे लक्ष्मीबाई ठाकरे को मैदान में उतारा है.
विधायक विजय खड़से, गुट नेता नंदकिशोर अग्रवाल, वरिष्ठ नेता सुरेशचंद्र माहेश्वरी, तातू देशमुख, दत्तराव शिंदे, गोपाल अग्रवाल, नितिन माहेश्वरी और अधि. बालासाहेब नाईक की कांग्रेस की कोर कमेटी ने अपने उम्मीदवार की जीत के लिए प्रयत्नों की पराकाष्ठा कर दी है. उधर, राकांपा गुट की ओर से पूर्व नगराध्यक्ष राजूभैया जयस्वाल, अधि. संतोष जैन, इनायतउल्ला जनाब भी राजनीतिक दांवपेंचों का इस्तेमाल कर नगराध्यक्ष पद राकांपा की झोली में खींचने की कवायद में जुटे हैं.