6 माह तक माल लेकर बेचते रहे, मामला दर्ज
उमरखेड़
तालुका के ग्राम खरुस (बु) के किसानों का माल बेचकर और पूरी की पूरी राशि दबाकर 6 व्यापारी शहर छोड़कर कहीं भाग गए हैं. इन व्यापारियों पर गांव के 4 किसानों का करीब साढ़े 10 लाख रुपया बकाया है और पिछले 6 माह से वे लोग किसानों को रुपया देने में आनाकानी कर रहे थे. उमरखेड़ पुलिस ने एक मुख्याध्यापक सहित 6 व्यापारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
सोयाबीन, चना दिया था बेचने को
खरुस (बु) के किसान मारोतराव आपाजी वानखेड़े, प्रकाश आबाजी वानखेड़े, प्रकाश किसनराव वानखेड़े और उत्तमराव मोतीराम पाटिल ने हमेशा की तरह इन व्यापारियों पर विश्वास जताते हुए अक्तूबर से मार्च के बीच 960 क्विंटल सोयाबीन और 140 क्विंटल चना बेचने के लिए दिया. इन व्यापारियों में सागर बलदवा और सुभाष गोपीलाल बलदवा उमरखेड़ निवासी, सत्यनारायण दरक और आशीष दरक आष्टी निवासी, रमेश वानखेड़े और बालाजी सूर्यवंशी खरुस (बु) निवासी शामिल थे. इस माल की कीमत 10 लाख 35 हजार 818 रुपए होती है. इन व्यापारियों में से केवल सागर बलदवा ही बाजार समिति के पंजीकृत लाइसेंसी खरीददार हैं.
बाजार समिति के सचिव ने दर्ज कराई शिकायत
कृषि माल बेचकर 6 माह से अधिक होने के बावजूद ये व्यापारी किसानों का पैसा देने में टालमटोल कर रहे थे. इस बीच सभी व्यापारी शहर छोड़कर फरार हो गए. किसानों को जब यह जानकारी मिली तो वे बाजार समिति के पास पहुंचे. इस मामले में कृषि उत्पन्न बाजार समिति के निरीक्षक आ. द. जगताप ने जांच की और रिपोर्ट समिति के सचिव अशोक कनवाले को सौंप दी. कनवाले ने 11 जुलाई को पुलिस में विधिवत शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज किया है और व्यापारियों की खोज में लगी है.
लाइसेंसधारी व्यापारियों से ही व्यवहार करें : कनवाले
इस बीच बाजार समिति के प्रभारी सचिव कनवाले ने कहा है कि किसानों को बाजार समिति के लाइसेंसधारीव्यापारियों से ही व्यवहार करना चाहिए. साथ ही माल बेचने के बाद तुरंत उसका भुगतान हासिल कर लेना चाहिए.
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