Published On : Wed, Aug 20th, 2014

अमरावती : पटवारी ने पैसा लेकर बांटा ओलावृष्टि का अनुदान !

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वास्तविक लाभार्थी वंचित, देश बचाओ पार्टी और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर


संघर्ष समिति का आरोप


अमरावती

गांव का पटवारी और कोतवाल चाहे तो ऐसे लोगों को भी सरकारी अनुदान की खुराक पिला देता है जो उसके लिए पात्र हों या फिर न हों. जिले के नांदगांव खंडेश्वर तालुका के ग्राम वाढोणा रामनाथ में ऐसे ही पटवारी अर्डक और कोतवाल हिवराले ने मिलकर एक घर के अनेक सदस्यों को ओलावृष्टि का अनुदान दिला दिया, जबकि वे इसके लिए पात्र भी नहीं थे. अब बेचारे अनुदान से वंचित किसान जिलाधिकारी के पास अपनी गुहार लेकर पहुंचे हैं, ताकि न्याय तो मिले. किसानों ने पटवारी की विभागीय जांच कर उसे निलंबित करने की मांग की है. साथ ही 27 अगस्त को जिलाधीश कार्यालय के समक्ष धरना देने की चेतावनी भी दी गई है.

घर में बैठकर बनाए नुकसान के पंचमाने
दरअसल, इस मामले में पटवारी ने इतनी भी तकलीफ नहीं उठाई कि खेतों में जाकर वास्तविक निरीक्षण कर सके. उसने गांव के विशिष्ट लोगों के घर में बैठकर ही नुकसान के पंचमाने बना लिए और वास्तविक लाभार्थियों को नजरअंदाज कर दिया. इतना ही नहीं, एक घर ऐसा भी था, जिसका सात-बारह का दाखिल भी नहीं था, फिर भी उसके तीन-चार सदस्यों को हजारों रुपयों का अनुदान दे दिया गया.

भारी भ्रष्टाचार का आरोप
देश बचाओ पार्टी और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसानों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि यह सब काम पटवारी अर्डक और कोतवाल हिवराले ने पैसा लेकर किया है. वास्तविक लाभार्थियों को जानबूझकर नजरअंदाज कर दोनों ने मिलकर बड़ा भारी भ्रष्टाचार किया है. ज्ञापन देते समय देश बचाओ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष किशोर बरडे, विदर्भ अध्यक्ष प्रा. उद्धव पारवे, रामदास शहाडे, लक्ष्मण शहाडे, सुखदेव बनारसे, प्रमोद जडवार, जनार्दन माकोडे, मनोज कस्तुरे, मधुकर वडवाले, रामदास वडवाले सहित अनेक किसान भी उपस्थित थे.

Representational pic

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