Published On : Wed, May 14th, 2014

अकोला : फरार पटवारी ने किया आत्मसमर्पण

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रिश्‍वतखोरी : पकड़े जाने से बचने के लिये भाग गये थे

अकोला

रिश्वत लेते ही पकड़े जाने की भनक लगते ही भाग निकलने वाले वार्शिटाकली के पटवारी ने गत सोमवार देर रात एन्टी करप्शन ब्यूरो के समक्ष आत्मसर्मपण कर दिया. अदालत में मंगलवार को पेशी पर उसे 15 मई तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश मिला.

बीमा राशि और खेती के अधिकार का पंजीयन कराने के लिए 13 हजार रुपयों की रिश्‍वत स्वीकारने के आरोपी बार्शिटाकली के पटवारी दर्शन चव्हाण को गत 4 अप्रैल को एसीबी के एक दस्ते ने बार्शिटाकली तहसील कार्यालय में जाल बिछाकर उसे रिश्‍वत की रकम स्वीकारते ही दबोचने का प्रयास किया, लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही वह घटनास्थल से फरार होने में कामयाब हो गया.

मामले के फरियादी प्रवीण खरबड़कर ने एन्टी करप्शन ब्यूरो को बताया था कि- उसके मृत दामाद की बीमा राशि और बहन के नाम खेती के अधिकार का पंजीयन कराने के लिए पटवारी दर्शन चव्हाण ने उससे 15 हजार रुपए बतौर रिश्‍वत देने की मांग की, तथापि 13 हजार रुपए देना तय हुआ था.

एसीबी ने उसके खिलाफ बार्शिटाकली थाने में रपट दी, जिसकी बुनियाद पर उसके खिलाफ विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया था. इसके पश्‍चात पटवारी चव्हाण ने अदालत का दरवाजा खटखटा कर अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की थी, जिस पर हुई सुनवाई के बाद अदालत ने उसकी अर्जी नामंजूर कर दी थी.

Representational Pic

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