Published On : Mon, Mar 10th, 2014

भंडारा: भ्रष्ट नेताओं के लोकसभा जाने से रोकना ही हमारा लक्ष्य : प्रशांत मिश्रा

Prashant-Mishra

विदर्भ टुडे से साक्षात्कार में भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र से आप उमीदवार प्रशांत मिश्रा की सीधी बात

“सरकार के पिछले दस सालों में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार बन गया। इन भ्रष्ट नेताओं को लोकसभा जाने से रोकना ही अब हमारा मुख्य लक्ष है” यह कहना है भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के उमीदवार प्रशांत मिश्रा का सोमवार को विदर्भ टुडे से साक्षात्कार में युवा नेता मिश्रा भ्रष्टाचारी नेताओं पर जम कर बरसे।

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लोकतंत्र के महाकुम्भ में मतदाता अब जाग चूका है। देश में बदलाव आने वाला है। वही सांसद बनेगा जो राष्ट्रीय महत्व को सर्वोपरी रखेगा। आज़ादी के छह दशको बाद भी देश उतनी तरक्की क्यों नहीं कर पाया है? क्यों आज भी इलाज के अभाव में मरीजों की मौत हो रही है? भूख से मौत हो रही है? लिहाज़ा मतदाता अब उसे ही नेता चुनेगा जो धर्मं-जाती-संप्रदाय से उठकर और लोगो की उम्मीदों पर खरा उतरकर मानवता और देश की सेवा कर सके, प्रशांत मिश्रा ने कहा।

वर्तमान सांसद और मंत्री प्रफुल पटेल की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा की उनसे मिलने के लिए आज भी आम आदमी को लाइन में लग्न पड़ता है। वे हमारे जनप्रतिनिधि कैसे हो गए? मंत्रीजी ने तामझाम भी बढा रखा है।  कुछ दिनों पहले मोहडी में हुई रथयात्रा में १०८ गाडिया शामिल थी। पिछले २ सालो में मंत्रीजी ने जो गाँव गाँव घूमकर अपना प्रचार किया उसमे जेड प्लस सुरक्षा लेकर आम आदमी के करोडो रुपये बिना मतलब के खर्च किये।

प्रशांत मिश्रा ने आगे कहा की पटेल देश के चौदह सबसे भ्रष्ट मंत्रियो में एक हैं। एयर इंडिया के ४० हज़ार वेतन धारक और भंडारा लोकसभा क्षेत्र के लाखो बेरोजगारों को जवाब देने का समय आ गया है। हम जनता के बिच जा कर उनसे मिल रहे हैं और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करा रहे हैं। हमारे नेता आम आदमी की मुलभुत ज़रुरतो को भी पूरा नहीं कर पाए हैं. हमें पता है की अगर वो लोकसभा में हार गए तो राज्य सभा में जा सकते हैं। मगर हमारा निशाना यही है की देश के १४ सबसे भ्रष्ट मंत्रियो में शामिल प्रफुल पटेल को लोकसभा जाने से रोका जाए।

गायमुख से अपने प्रचार की शुरुवात करने वाले मिश्रा ने बताया की अब तक २०,००० लोग खूद ‘आप’ के सक्रिय कार्यकर्ता बन चुके हैं और १ लाख ३० हज़ार लोग मिस् कॉल के द्वारा पार्टी से जूड चुके हैं। उन्होंने पटेल पर भ्रष्टाचार फ़ैलाने और सहकर क्षेत्र में भ्रष्टाचार लाने का आरोप लगते हुए कहा की भा ज पा के कुछ नेता भी प्रफुल पटेल के लिए सहकर क्षेत्र में काम करते हैं। मिश्रा ने आगे कहा की भा ज पा के भ्रष्ट नेता संचेती और भांगडीया ने गोसेखुर्द प्रकल्प के कामो में भ्रष्टाचार करते हुए करोडो कमाए और प्रकल्प पीडितो को अभी तक पानी तक नहीं मिल सका है।

सबका समय आता है और यह सही समय है भ्रष्ट नेताओं को घर बिठाने का, ऐसा प्रशांत मिश्रा ने कहा।

प्रशांत मिश्र का परिवार एक मध्यम वर्ग से आता है, वे तत्कालीन सी पी बरार के कांग्रेस नेता पंडित राधाकिशन मिश्र के नवासे है, राधाकिशन मिश्र वारासिवनी, बालाघाट, से लेकर तुमसर, भंडारा नागपुर तक सक्रिय थे, उनकी २ राईस मिले थी जो स्वतंत्रता संग्राम के कारण मिली जेल की भेंट चढ़ गई, उनकी बड़ी बेटी कुसुमलता कि शादी ग्राम मोहादि के मिश्र परिवार के बेटे श्यामसुंदर मिश्र से हुई जो पेशे से वकील थे, एक मध्यम वर्गीय परिवार में मेरा जन्म हुआ, बचपन से मैं पढ़ाई में अव्वल थे, मैं सरकारी स्कूल में पढ़े और अपनी इंजनीयरिंग की पढ़ाई गोंदिया से की, मुम्बई पुणे में संघर्ष करने के बाद हैदराबाद में कुछ दिन नौकरी की और अंततः अपने कठिन परिश्रम के बल पर माइक्रोसाफ्ट में नौकरी लेकर अमेरिका कूच कर गया और ये मज़बूरी में लिया गया कदम था.

प्रशांत का कहना है कि भारत में पहले अवसर नहीं थे लेकिन अवसर बनाने पड़ते है और हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम युवाओ को अवसर प्रदान करे, सिएटल में मैंने व्यवसाय की स्थापना की और कई हिन्दुस्थानियो को नौकरी भी मुहैया करवाई, लेकिन इतना काफी नहीं था, आये दिन अखबारो और इंटरनेट पर विदर्भ में किसानो की आत्महत्या, युवाओ में नशे की लत का मामला पढ़-सुन कर मैं परेशान हो जाता था और सोचते था कि कैसे अपने क्षेत्र में कुछ कर पाये जिससे युवा का विकास हो और लोग प्रगति करे. पिछले ३ वर्षो से प्रशांत भारत में रहकर अवसर तलाश कर रहे थे लेकिन लालफीता शाही और भ्रष्टाचार में उलझकर बार बार अमेरिका आते जाते रहते थे, उन्हें बार बार लगता था कोई न कोई विकल्प तो मिलेगा, और उन्होंने देखा कि उनके छेत्र के नेता चुने जाने के बाद मुम्बई या दिल्ली में अपना ठिकाना बना लेते है और जनता सिर्फ हताशा का सामना करती है, उन्हें आम आदमी पार्टी के रूप में आशा की किरण दिखी और आम आदमी पार्टी ने भी उनके जुझारू वयक्तित्व और देश के प्रति मोह देखकर उन्हें कद्दावर नेता के समक्ष अपना उम्मीदवार घोषित किया, आज मेरे विरोधी ये भी भ्रामक प्रचार कर रहे है कि चुनाव हरने के बाद मैं अमेरिका चले जायेंगे लेकिन वो ये भूल जाते है कि भ्रष्टाचार से परेशान जनता ने यदि उन्हें जिता दिया तो वो नेता जिनकी दुकाने चल रही है किधर जायेंगे? आम आदमी पार्टी ने कम से कम एक अच्छा काम किया है, धरतीपुत्र को टिकिट दी है जिसके परिवार के लोगो ने देश के लिए तन मन और धन सब लगाया है , प्रशांत को उम्मीद है जनता इस बात को समझेगी और उन्हें विजयी बनाएगी.

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