नगरपालिका का बच गया खर्चा
ब्रम्हपुरी
नगरपालिका की ओर से घोषणा के बावजूद भी नालियों की सफाई में होने वाले विलंभ साथ ही व्यवसाय में होने वाले नुकसान को देखते हुए बरसात के पहले फूटपाथ व्यवसाईयों ने खुद ही नालियों की सफाई कर ली. व्यवसाईयों के इस कदम से नगरपालिका का नाली सफाई खर्च साथ ही कर्मचारियों की मेहनत बच गई है.
गौरतलब है की ख्रिस्तानंद रुग्णालय चौक से शिवाजी चौक के बीच महामार्ग से लगकर ही फुटपाथ व्यवसाईयों कई सालों से नाली के ऊपर अतिक्रमण कर अपना व्यवसाय कर रहे हैं. कुछ साल पहले नगरपालिका ने गंदे पानी के निकास के लिए महामार्ग से सत्कार चाल फुट गहरी और तीन फुट चौड़ी नाली तैयार की. नाली के ऊपर पाटियां लगाकर उसपर फुटपाथ व्यवसाई व्यवसाय कर रहे हैं. इन नालियों की सफाई की तरफ नगरपालिका का ध्यान नहीं है जिसकी वजह से व्यापारियों को खुद नाली की सफाई करनी पड़ी.गौरतलब है की बारिश के पानी से नाली भर जाती है जिसकी वजह से नाली में जमा कचरा और गंदा पानी ऊपर आकर रास्ते पर जमा हो जाता है.
जानकारी के मुताबिक़ नगरपालिका की ओर से फुटपाथ व्यवसाईयों को तकरीबन 10 दिन पहले ही दुकाने हटाने के निर्देश दिए गए थे और जेसीबी से सफाई की जाने की सुचना व्यापारियों को दी गई थी जिसके बाद व्यापारियों ने अपनी दुकाने हटा दी लेकिन हफ्ते भर से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी जान नगरपालिका की ओर से सफाई नहीं हुई तो कुछ व्यापारियों खुद तो कुछ ने मजदूरी देकर नाली साफ़ कराई जिससे नगरपालिका का तो नाली सफाई खर्च बच गया है.
