जलालखेड़ा
सोमवार को सुबह लगभग 11.30 बजे यहां के गोपीचंद कॉटन इंडस्ट्रीज की जीनिंग में शॉर्ट सर्किट से लगी आग में करीब दो करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है.
यहां से 400 मीटर दूरी पर जलालखेड़ा-नरखेड़ मार्ग पर गोपीचंद कॉटन इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा निवासी राजकुमार दयालचंद सतीजा की है. सोमवार को सुबह जीनिंग में काम शुरू हो गया था. इसी बीच रेचा के समीप शॉर्ट सर्किट होने से चिंगारी उड़ी और उससे वहां कपास व रूई में आग पकड़ ली. देखते ही आग चारों ओर फैल गई. रेचा के पास 6 कामगार काम कर रहे थे. राजकुमार सतीजा भी जीनिंग के कार्यालय में ही थे. आग लगते ही जलालखेड़ा पुलिस तथा मोवाड़, काटोल और वरूड़ नगर परिषद के अग्निशमन दल को सूचना दी गई. साथ ही जीनिंग के समीप के एक खेत के मोटरपंप से आग बुझाने का प्रयास किया गया. दोपहर लगभग 12.15 बजे काटोल और उसके पांच मिनट बाद ही वरूड़ नगर परिषद का अग्निशमन दल घटनास्थल पहुंच गया. दोपहर लगभग 1.30 बजे नागपुर महानगर पालिका का अग्निशमन वाहन भी घटनास्थल पर आ पहुंचा. इन सभी अग्निशमन दलों की कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर लगभग 2.30 आग को नियंत्रित किया जा सका.
जीनिंग के मालिक राजकुमार सतीजा ने बताया कि जिस समय जीनिंग में आग लगी उस समय वहां करीब 20 कामगार काम कर रहे थे. इसके अलावा व्यापारियों की कपास की पांच मेटाडोर भी जीनिंग परिसर में खड़ी थीं. आग लगने की जानकारी मिलते ही सभी कर्मचारी व कामगार बाहर निकल गए. कपास से भरी मेटाडोर को भी बाहर निकाला गया. इस आग में एक करोड़ 10 लाख रुपए कीमत का 2200 क्विंटल कपास व रूई की गांठें, 60 लाख रुपए कीमत की मशीन व 30 लाख रुपए की अन्य सामग्री जलकर खाक हो गई.
आग लगने की जानकारी मिलने पर जलालखेड़ा के थानेदार (प्रभारी) जीवन भातकुले, तहसीलदार तुकाराम झिरवाड़, नायब तहसीलदार धर्मेंद्र फुसाटे सहित नरखेड़ कृषि उपज बाजार समिति के पदाधिकारी घटनास्थल पहुंचे और जायजा लिया. मंडल अधिकारी जंगले व तलाठी वानखेड़े ने पंचनामा किया.