रामदास आठवले ने कहा, महायुती को मजबूत बनाए रखने का वादा
चिमूर
रिपब्लिकन पार्टी की इच्छा यही है कि शिवसेना-भाजपा और आरपीआई की महायुती मजबूत बनी रहे. इसलिए भले ही हमने 50 सीटों की मांग की है, मगर 20-25 सीटें तो आरपीआई को मिलनी ही चाहिए. आरपीआई-आठवले के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने आज यहां यह बात कही. उन्होंने कहा कि विदर्भ की चंद्रपुर, राजुरा, उत्तर नागपुर, बालापुर, वर्धा, मेहकर, उमरखेड़, वाशिम और अर्जुनी मोरगांव सीटें आरपीआई को मिलनी चाहिए. चिमूर में एक कार्यक्रम के सिलसिले में आए आठवले पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश में एक अलग किस्म का परिवर्तन हो रहा है. इसीलिए हमने उसका साथ दिया है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां आरपीआई जीत सकती है वहां की सीटें पार्टी को मिलनी चाहिए. आठवले ने कहा कि वैसे तो आरपीआई ने महायुती से 50 सीटों की मांग की है, मगर अन्य मित्र दलों का विचार करते हुए कम से कम 20 से 25 सीटें तो मिलनी ही चाहिए.
विदर्भ राज्य और चिमूर जिले का समर्थन
एक सवाल के जवाब में रामदास आठवले ने कहा कि विदर्भ राज्य का गठन समय की मांग है. उन्होंने उम्मीद जताई कि एनडीए सरकार अवश्य विदर्भ राज्य का गठन करेगी. इसके साथ ही उन्होंने चिमूर को क्रांति जिला बनाने की मांग भी दोहराई. उन्होंने कहा कि यह बरसों पुरानी मांग है और शहीदों के सम्मान के लिए इसे जिला बनाया जाना चाहिए.
