Published On : Fri, May 9th, 2014

चिमुर : किसानों को कब मिलेगा लाल नाला का पानी ?


12 गांवों के लोग परेशान, साल भर से रुका है काम


चिमुर

चिमुर तालुका के किसानों का सब्र का बांध अब टूटने लगा है. सिंचाई से वंचित किसान अब सवाल पूछने लगे हैं कि आखिर उन्हें लाल नाला उपसा सिंचाई प्रकल्प का पानी कब मिलेगा ?

चिमुर चंद्रपुर जिले का सबसे बड़ा तालुका है. तालुका में 263 गांव हैं. मुख्य रूप से होने वाली फसलों में धान, कपास और सोयाबीन है. तालुका में कोई बांध नहीं है. सब-कुछ बारिश के पानी पर निर्भर होता है. लाल प्रकल्प वर्धा जिले के समुद्रपुर तालुका के ग्राम कोरा के निकट नाले पर निर्मित मध्यम प्रकल्प है. प्रकल्प के 7290 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र में से 3308 हेक्टेयर कोयला खानों के अंतर्गत है. इसी के चलते यह क्षेत्र इसके पानी से वंचित है. लाल नाला प्रकल्प के ड़ूब क्षेत्र से सिंचाई योजना द्वारा चिमुर तालुका के 12 गांवों के कुल 3308 हेक्टेयर क्षेत्र को लाभ होनेवाला है. इन 12 गांवों में आमडी बेगडे, चिचघाट, चकचिचघाट, रेंगाबोड़ी, भिवकुंड, वहानगांव, मुरपार रिठ, खुर्सापार, खापरी, बोथली, खानगांव और सावरी शामिल हैं. पिछले एक साल से लाल नाला उपसा सिंचाई प्रकल्प का क़ाम ग्राम आमडी बेगडे के पास आकर थम गया है. इसीलिए किसान अब पूछने लगे हैं कि आखिर इस प्रकल्प का काम पूरा कब होगा ? कभी पूरा होगा भी या नहीं ? किसान चाहते हैं कि जनप्रतिनिधि इस तरफ़ ध्यान दें और कच्छप गति से चल रहे काम को आगे बढाएं, ताक़ि किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिल सके.

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