Published On : Fri, Sep 5th, 2014

गोंदिया : हमारी इंसानियत और भाईचारे को, वे कमजोरी समझ रहें – अशोक (गप्पू) गुप्ता

Advertisement


प्रभाग क्रमांक 4 में भगवान गौतम बुध्द और प.पू. डाॅ. बाबासाहाब आंबेडकर की प्रतिमाओं को माल्यार्पण कर की गई जनचेतना पदयात्रा की शुरूआत.

आंबेडकरवार्ड, भीमनगर, कुंभारेनगर, हरिकाषी नगर, सुंदर नगर, सिंधी कालोनी, यादव चैक, कृश्णपुरा वार्ड, कचरा मोहल्ला होते हुए दुर्गा चैक, दुर्गा मंदिर में संपन्न हुई पदयात्रा.

Ashok Gappu Gupta ytra
गोंदिया

Gold Rate
13 May 2025
Gold 24 KT 94,300/-
Gold 22 KT 87,700/-
Silver/Kg 97,300/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

जनचेतना अभियान के माध्यम से घर-घर, द्वार-द्वार की पदयात्रा कर रहें अशोक (गप्पू) गुप्ता, शहर की बुनियादी समस्याओं के निराकरण के लिए हर व्यक्ति से आशिर्वाद प्राप्त कर सहयोग की अपील कर रहे हैं. गौरतलब है कि वर्तमान में शहर के हालत चिंताजनक है. बिजली, पानी, सड़क, टैक्स, साफ-सफाई और नजुल पट्टे जैसे मामलों के साथ शहरी व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमराई हुई है. विकास के नाम पर घटीया दर्जे के कार्य कर गोंदिया को नंबर वन दिखाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि आज भी लोग रोड-रास्ते, पानी की पूर्ति और बिजली की समस्याओं से जुझ रहे है. इन्ही समस्याओं के निराकरण के लिए ये अभियान शहर के 10 प्रभागों में 11 दिन की पदयात्रा कर चलाया जा रहा है.

अशोक (गप्पू) गुप्ता ने पदयात्रा के दौरान अपने जनसंवाद में कहा कि, मुझे पूरा विश्वास है कि लोग मेरे संघर्षशील कदम को सराहा रहे है और मेरे कारंवा के साथ बढ़ते जा रहे है. मेरी लड़ाई जनता की पुकार है. उन्होंने कहा कि पदयात्रा के अंतिम दिन, मैं जनचेतना को ऐसा मोड़ दूंगा कि प्रशासन को जनता की मांगों के लिए झुकना पड़ेगा. उन्होंने बेबाक स्वर में कहा, हमारी इंसानियत और भाईचारे को वे हमारी कमजोरी और अपनी ताकत समझ रहे है. अब हमें कमजोर समझने वालों को अपनी ताकत दिखाने का वक्त आ गया है. भगवान गौतम बुध्द और परम पूज्य डाॅ. बाबासाहाब आंबेडकर की प्रतिमाओं में माल्यार्पण कर पदयात्रा की शूरूआत आंबेडकर वार्ड से की गई, जो घर-घर, द्वार- द्वार देशभक्ति गीतों के साथ भीमनगर, कुंभारेनगर, हरिकाशी नगर, सुंदरनगर, सिंधी कालोनी, शंकर चैक, यादव चैक, कृष्णपुरा वार्ड, कचरा मोहल्ला होते हुए दुर्गा चैक, दुर्गा मंदिर प्रांगण में समाप्त हुई.

पदयात्रा को सफल बनाने में विनायक खैरे, समीर बैस, रमेश कुरील, नाजुक शेंडे, पप्पु पटले, गोपाल अजनीकर, पंकज शिवनकर, विजय उके, अंचल गिरी, निलू इटानकर, बबलु पटले, विशाल गलानी, आकाश जायसवाल, अनील मेश्राम, जुनेद शेख, अजीत देशमुख, भुरू भाई, नागरतन बंसोड, जितू शिवणकर, पप्पी शेख, रवि चैरसिया, प्रशांत ठाकुर, खुबलाल दीप, मुन्नू शुक्ला, पंकज शुक्ला, अमीत बोरकर, प्रदीप चैधरी, राहुल खिलावत, राजेश चापेकर, सतनाम चावला, देवा कापसे, बबलू भरने, तालीब बेग, मनोल मिश्रा, आनंद जतपेले, विरेन्द्र वाल्दे, रौनक ठाकुर, बिट्टू गुप्ता, अतुल मारचट्टीवार, महेन्द्र भाटिया, देवेन्द्र वाघाये, बाबु गुप्ता, रोहित गुप्ता, निलेश बहेकार, आशिष बोपचे, बबलु कावडे, भुवन सोनवाने, सोनु यादव, शरद चैहान, विजू मोहनकर, सोम राजुरकर, बंटी बिसेन, प्रशांत बोरकर आदि सैकडों समर्थक उपस्थित थे.

Advertisement
Advertisement