गोंदिया
भगवान श्री विष्णु के अवतार और ब्राम्हण समाज के महान विभूति भगवान श्री परशुराम की जयंती 1 मई को बडे. पैमाने पर शहर में मनाईगई. इस अवसर पर एक शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा में भगवान परशुराम का रथ आकर्षण का केंद्र था.
सुबह 9 बजे सिविल लाइन के महिला मंडल सभागृह में ब्राह्मण समाज के बंधुओं ने एक साथ आकर भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना की. तत्पश्चात श्री परशुराम के सुसज्जित रथ के साथ शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ. बैंड और डीजे के संगीत पर नृत्य किया जा रहा था. जय-जय परशुराम की घोषणाएं भी हो रही थी.
शहर के काका चौक, मनोहर चौक, जयस्तंभ चौक, गांधी प्रतिमा, चांदनी चौक, दुर्गाचौक, गोरेलाल चौक, नेहरू चौक होते हुए यह शोभायात्रा पुन: सिविल लाइन के महिला मंडल सभागृह पहुंची. वहां शोभायात्रा का समापन किया गया. शोभायात्रा के दौरान विविध स्थानों पर विविध संस्थाओं, संगठनों और समाज बंधुओं की ओर से अल्पोहार, आइसक्रीम एवं पानी के स्टाल लगाए गए थे. समग्र ब्राह्मण महासभा की ओर से समाज के वरिष्ठ नागरिकों का सत्कार किया गया. शोभायात्रा में महाराष्ट्रीयन, उत्तर भारतीय, राजस्थानी, गुजराती, पंजाबी, बंगाली, मैथिली, उड़ीया एवं दक्षिण भारतीय ब्राह्मण समाज के नागरिक एक साथ आए.
इसमें शिवकुमार तिवारी, शांति प्रसन्न द्विवेदी, आर.डी. शुक्ला, प्रकाश पुरोहित, शंकरलाल शर्मा, श्रीराम चौबे, राम पुरोहित, ज्ञानेश्वर झा, विजयकांत मिश्रा, लक्ष्मीभाईपंड्या, कलम पाराशर, कमला याज्ञनिक, विजय गोखले, डॉ. सुधीर जोशी, सुमंत नातु, देवेंद्रनाथ चौबे, चंद्रशेखर जोशी, रमेश शर्मा, नीलेश चौबे, अतूल दुबे, नागेंद्रनाथ चौबे, दिनेश मिश्रा, अनिल पांडे, भुवनेश चौबे, जगदीश मिश्रा, यशवंत सरूरकर, अमित वाजपेई, राजेश दवे, सी.के.वशीष्ट, जयंत शुक्ला,राजेश मिश्रा, सुरेश शेवाले, छोटेलाल दुबे, शशी तिवारी, संतोष मार्र्कंड, संजय दुबे, डी.एम. भट्ट, प्रकाश उमालकर, बंटी मिश्रा, शिव शर्मा, देवेश मिश्रा एवं अन्य बडी संख्या में उपस्थित थे.
