क्षेत्र के सभी 37 ठेके दे दिए अभियंताओं को
कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन न्यायालय में देगी चुनौती
गडचिरोली
गडचिरोली में सुशिक्षित बेरोजगार अभियंताओं की लॉटरी लग गई है. लोकनिर्माण विभाग ने क्षेत्र के सभी 37 ठेके सुशिक्षित बेरोजगार अभियंताओं को दे दिए हैं. इससे कॉन्ट्रैक्टर परेशान हैं और कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन की मार्फ़त न्यायालय में जाने की तैयारी में हैं.
स्वीकृत नियम की भी अवहेलना
9 जुलाई को ही लोकनिर्माण विभाग ने ठेके वितरित किए हैं और कुल 37 में से 37 काम सुशिक्षित बेरोजगार अभियंताओं को बांट दिए गए. सरकार के आदेश के अनुसार ठेकों के वितरण में 33:33:34 का औसत स्वीकृत है. इसका मतलब यह होता है कि सुशिक्षित बेरोजगार अभियंताओं को 33 प्रतिशत काम, मजूर सहकारी संस्थाओं को 33 प्रतिशत व पंजीबद्ध पात्र कॉन्ट्रैक्टरों को 34 प्रतिशत काम दिया जाना चाहिए. परंतु अधीक्षक अभियंताओं ने सभी 37 काम सुशिक्षित बेरोजगार अभियंताओं को दे दिया. कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन ने यह आरोप लगाया है.
मुंह का निवाला ही छीना
कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के सहसचिव अजय तुम्मावार ने कहा है कि कॉन्ट्रैक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर इस नक्सल प्रभावित इलाके में काम करते हैं, परंतु अधीक्षक अभियंताओं ने उनके मुंह का निवाला ही छीन लिया है. यहां कार्यरत सुशिक्षित बेरोजगार अभियंता निर्माणकार्य का काम भी कर रहे हैं. साथ ही अभी पढाई भी कर रहे हैं. लेकिन, पंजीबद्ध कॉन्ट्रैक्टरों के सामने इस काम के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन इसके विरोध में न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी. इस संदर्भ में अधीक्षक अभियंता बालपांडे से मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने प्रतिसाद नहीं दिया.
Representational Pic