Published On : Tue, May 6th, 2014

उमरखेड़ : नदी में छोड़ो बांध का पानी, वरना आंदोलन

Advertisement


उमरखेड़

उमरखेड़ तालुका के नागरिकों ने इसापुर बांध का पानी पैनगंगा नदी में छोडने की मांग की है. मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है. दरअसल पैनगंगा नदी के तट पर रहनेवाले लोगों में पीने के पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हैं.

इस क्षेत्र के ग्राम कोप्रा, बोरी, चातारी, मानकेश्वर, सीदगी जैसे अनेक गांव पैनगंगा नदी के तट पर बसे हैं. यहां के नागरिक पीने के पानी के लिए नदी पर ही अवलंबित हैं. जलापूर्ति योजना भीे नदी से ही की गई है. पिछले 15 दिनों से नदी पूरी तरह से सूख गई है. इसके चलते सारे गांवों के नागरिकों और मवेशियों को दो बूंद पानी भी नहीं मिल पा रहा है. मजे की बात यह कि जून से अक्तूबर 2013 के दौरान हुई अतिवृष्टि के कारण पैनगंगा नदी में बाढ़ तक आ चुकी है.

Gold Rate
15 july 2025
Gold 24 KT 98,200 /-
Gold 22 KT 91,300 /-
Silver/Kg 1,12,500/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

ग्रामीणों के एक शिष्टमंडल ने तहसीलदार को सौंपे एक ज्ञापन में मांग की है कि दो दिनों के भीतर इसापुर बांध का पानी नदी में छोड़ा जाए, ताक़ि ग्रामीणों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल सके. ऐसा नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा. शिष्टमंडल में चक्रधर देवसरकर, धनराज वानखेड़े, आबाजी देवसरकर, के. एन. कनकापुरे, नागोराव विनकरे, अवधूत बिटेवाड़, अल्का देवसरकर, श्रीधर वानखेड़े, बाबूराव कदम सहित अनेक नागरिक मौजूद थे.

Representational Pic

Representational Pic

Advertisement
Advertisement