जानवरों का अस्तित्व खतरे में
मेलघाट (अमरावती)
यहां के संरक्षित सिपना वन्य जीव, गुलामल, दक्षिण मेलघाट खटकाली, गुल्लरघाट, नरलाल केलपानी के वन्यजिव क्र. 2 में अवैध जानवरों की चराई ज़ोरों पर शुरू है. वैसे तो इन संरक्षित जंगलों में इंसानों का जाना मना है लेकिन मेलघाट के जंगलो में अधिकारियों को मॅनेज कर जानवरों को चराई के लिए ले जाया जा रहा है. हजारों जानवर भैस, बैल, बकरियां जंगलो में चराए जा रहे है.
सूत्रों का कहना है की जानवरों को रात में भी जंगल के भीतर ठहराया जाता है. शिकारी आसानी से जंगलों में प्रवेश कर शिकार को अंजाम दे सकते है. वाघ्र्य प्रकल्प के आला अधिकारी मेलघाट के दौरे पर आते है तथा यह अधिकारी जंगलों में हो रही धांदलीयो को नजर अंदाज कर मामलों को दबाने में अपनी भूमिका कायम रखते है. मेलघाट जंगलों में हजारों पालतू जानवर चराई कर जंगल को नुकसान पहुंचा रहे है.