पूर्व सांसद नरेश पुगलिया के प्रयास सार्थक
बल्लारपुर: वर्तमान में अधिकतर उद्योगपति उद्योगों पर वैश्विक मंदी छाने का कारण दर्शाकर मजदूरों को बोनस से वंचित कर देते हैं, परंतु बल्लारपुर पेपर मिल इंडस्ट्रीज इसका अपवाद साबित हुआ। यहां के मजदूर नेता व पूर्व सांसद नरेश पुगलिया की अगुआई और अथक प्रयास के बलबूते बिल्ट के स्थायी मजदूरों में 7 करोड़ रुपये बतौर बोनस वितरित किया जाएगा। यह जानकारी बल्लारपुर पेपर मिल मजदूर सभा ने जारी पत्रक में दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बल्लारपुर पेपर मिल में 1300 स्थायी मजदूर हैं। मजदूरों ने समय-समय पर बोनस की मांग करते रहे, परंतु पिछले कई वर्षों से वैश्विक मंदी का सामना भारतीय पेपर उद्योग को करना पड़ रहा है। इस वर्ष भी वही स्थिति होने से सिर्फ स्थायी मजदूरों को 45 प्रतिशत (7 करोड़) सुपर प्रॉडक्शन बोनस देने का निर्णय पुगलिया की अध्यक्षता में काम करने वाले बल्लारपुर पेपर मिल मजदूर सभा और बिल्ट प्रबंधन के समन्वय से लिया गया। अधिकतम बोनस राशि 96 हजार और न्यूनतम 64 हजार रुपए स्थायी कर्मचारियों को बोनस दिया जाने वाला है। फिलहाल देश में विदेश से पेपर की आयात किया जाने से यहां के उद्योगों को चपत लग रही है। इसलिए भविष्य में और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस पर बोनस के संदर्भ में हुई चर्चा पर विचार किया गया। हर वर्ष कम्पनी की तरफ से सुपर प्रॉडक्शन बोनस दिवाली के अवसर पर वितरित किया जाता था परंतु पहली बार वितरण में विलंब हुआ। इसके बावजूद कर्मचारियों ने बिल्ट प्रशासन व बल्लारपुर पेपर मिल मजदूर सभा पर विश्वास कर धैर्यपूर्ण साहस दिखाया, इसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है।