ठीया आंदोलन के बाद बंद हो गया ताडाली टोल नाका
चंद्रपुर
पिछले 14 सालों से चंद्रपुर वासियों से टोल टैक्स की वसूली कर रहे ताडाली टोल नाके को आखिर बुधवार को बंद कर दिया गया. विधायक शोभाताई फडणवीस के नेतृत्व में किए गए ठीया आंदोलन के चलते रास्ते विकास महामंडल के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की और टोल नाके को बंद करने की घोषणा कर दी. मजे की बात यह कि भाजपा के इस आंदोलन को कांग्रेस नेता नरेश पुगलिया ने भी समर्थन दिया और आंदोलन में शिरकत की. आंदोलनकर्ताओं को टोल नाके पर करोड़ों रुपयों की बेहिसाब रसीदें भी मिली हैं. ये रसीदें बोगस हैं और महामंडल ने भी इस बात को माना है.
250 करोड़ रुपए वसूली की योजना
विधायक फडणवीस ने बताया कि चंद्रपुर शहर के चार उडान पुल का टोल टैक्स ताडाली चंद्रपुर में वसूल किया जाता है. केवल 48 करोड़ रुपयों की लागत से चारों पुल बने थे. वर्ष 2000 से टोल टैक्स की वसूली जारी है. अब तक करोड़ों रुपयों का टैक्स वसूल किया जा चुका है. सरकार ने 2026 तक टोल वसूल की मंजूरी दी थी और इस संबंध में महाराष्ट्र राज्य रास्ते विकास महामंडल ने एक प्रस्ताव भी पारित किया था. हालांकि सरकार ने कोई अध्यादेश जारी नहीं किया. उन्होंने बताया कि 48 करोड़ रुपयों के बदले में 250 करोड़ रुपए वसूलने की योजना बनाई गई, जो जनता के साथ अन्याय है.
नाके का सारा व्यवहार बोगस रसीदों के माध्यम से
फडणवीस ने कहा कि ऐसे टोल नाकों को बंद करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने ताडाली नाके से होने वाली वसूली को अवैध बताया और कहा कि इस नाके से सारा व्यवहार बोगस रसीदों के माध्यम से चल रहा है. टोल नाके से दी जाने वाली रसीदों में से 99 प्रतिशत रसीदों पर रस्ते विकास महामंडल का मोनोग्राम ही नहीं था. आंदोलनकारियों ने ऐसी करोड़ों की रसीदें मंगलवार को यहां से बरामद कीं. महामंडल के अधिकारियों ने भी इन रसीदों को बोगस ठहराया.
सर्वपक्षीय शिरकत
ठीया आंदोलन में चंद्रपुर बचाओ संघर्ष समिति के डॉ. गोपाल मूंदड़ा, सुहास अलमस्त, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉ. मंगेश गुलवाडे, चंद्रपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के कुक्कू साहनी, अजय जयस्वाल, प्रकाश कोठारी, शैलेष बागला, मधुसूदन रुंगठा सहित चंद्रपुर बचाओ संघर्ष समिति, एमआईडीसी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, आईएमए, चंद्रपुर ट्रांसपोर्ट ब्रोकर्स एसोसिएशन, चड्ढा ट्रांसपोर्ट, डीएनआर ट्रांसपोर्ट, भाग्यशाली रोडलाइंस, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, पेट्रोल डीलर एसोसिएशन, चंद्रपुर चेंबर आॅफ कॉमर्स और चंद्रपुर सिटीजन फोरम के पदाधिकारी उपस्थित थे.
नरेश पुगलिया का सक्रिय समर्थन
ठीया आंदोलन के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेश पुगलिया भी आंदोलन स्थल पर पहुंचे और बोगस रसीदों का निरीक्षण किया. उन्होंने भी ताडाली नाके को नागरिकों के साथ अन्याय करार देते हुए इसे बंद करने की मांग की. उन्होंने आंदोलन को सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की. पुगलिया ने कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और इस नाके को बंद करने की मांग करेंगे. हालांकि यह समर्थन राजनीतिक रूप से विभिन्न रंगों में और चर्चाओं में भी चर्चित हो गया.