कोरपना में ग्राम पंचायत के दफ्तर पर ताला ठोंका ग्रामीणों ने
कोरपना
कोरम पूरा होने के बावजूद ग्राम सभा स्थगित करने से गुस्साए ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत कार्यालय पर ही ताला ठोंक दिया. यह घटना स्वतंत्रता दिवस पर कोरपना ग्राम में आयोजित ग्राम सभा के दौरान हुई. बाद में थानेदार को इस संबंध में एक ज्ञापन भी दिया गया. हालांकि थानेदार के गोलियां दागने की धमकी देने के बाद माहौल और बिगड़ गया था, जिसे किसी तरह शांत किया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभा की शुरुवात में सचिव नगराले ने नरेगा, पर्यावरण और महात्मा गांधी टंटामुक्त समिति के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए प्रक्रिया शुरू की. पहला नाम आया भाऊराव पाटिल का. इस नाम को अनुमोदन भी मिल गया. इससे पहले कि दूसरा नाम सामने आता, ग्राम सभा में मतदान की मांग उठ गई. मतदान हुआ. भाऊराव को मिले 187 मत और दूसरे व्यक्ति को 53 मत. लेकिन उपसरपंच ने हस्ताक्षर वाला रजिस्टर ही फाड़ दिया. इस पर सभा में हंगामा मच गया. इसी का लाभ लेकर सरपंच ने सभा को स्थगित कर दिया.
ग्राम पंचायत सदस्य अमोल आसेकर के इस पर आपत्ति उठाते ही सरपंच और उपसरपंच भाग खड़े हुए. वातावरण गर्म हो चुका था. इसकी सूचना संवर्ग विकास अधिकारी और थानेदार को दी गई. मगर दो घंटे तक भी पदाधिकारियों के नहीं आने पर ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत कार्यालय पर ताला ठोंक दिया. बाद में नागरिक पुलिस स्टेशन पहुंचे तो वहां पर थानेदार ने गोली मारने की धमकी दे दी. इससे वातावरण और गर्म हो गया. बाद में थानेदार ने ग्रामीणों से ज्ञापन स्वीकार किया. ग्रामीणों का कहना था कि भले ही सबको गिरफ्तार कर लो, मगर ऐसी भाषा मत करो.
सभा में डॉ. मुसले, भाऊराव कारेकार, अशोक कोहे, सुहेल अली, अमोल आसेकर, अविनाश मुसले, अरविंद भसे, विजय भगत, बापूराव टेकाम, हबीब शेख, अमोल टोंगे सहित भारी संख्या ग्राम पंचायत सदस्य और नागरिक उपस्थित थे.