अकोला। शाला या महाविद्यालय में जाकर आप दसवीं, बारहवीं या डिग्री हासिल कर सकते हैं, लेकिन अपने जीवन की असली परीक्षा तभी पास करेंगे जब आपको शिक्षा के साथ अच्छे गुण एवं उत्तम संस्कार मिलेंगे. माता पिता तथा गुरूजनों का सम्मान करने के साथ ही समय समय पर उनके द्वारा बताई गई अच्छी चीजों को जीवन में उतारें तभी बेहतर चरित्र का निर्माण होगा. ऐसा उपदेश केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने छात्रों को दिया .
वे आज दोपहर जिले की पातूर स्थित बेरार एज्यूकेशन सोसाईटी की तुलसाबाई कावल माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शाला के शताब्दि महोत्सव समारोह के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे कहा कि शिक्षा से बेहतर मनुष्य गढा जाता है, इसलिए अच्छी ज्ञान मंदिर जरूरी है. ज्ञान, विज्ञान एवं तकनीक के मेल से इक्कीसवीं सदी की सबसे बडी ताकत छात्र के रूप में समाज को मिल सकती है, जिसके लिए छात्रों ने हमेशा अदम्य इच्छा शक्ति के साथ आगे बढना चाहिए. तुलसाबाई कावल के संदर्भ में उन्होंने कहा कि संस्था ने अपने जीवन के सौ बसंत पार कर लिए है. यह किसी शिक्षा संस्था के लिए बडे गर्व की बात है. दो कमरों से आरंभ शाला का आज वटवृक्ष हजारे सामने लहलहा रहा है. जो भव्य इमारत तथा आधुनिक शिक्षा देने में पुरी तरह सक्षम है. अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विधायक भाऊसाहब पुंâडकर ने पढने वाले छात्रों के भविष्य की उज्वल कामना की.
समारोह में सांसद संजय धोत्रे, पालक मंत्री डा. रणजीत पाटिल, विधायक गोवर्धन शर्मा, हरीष पिंपले, गोपीकिशन बाजोरिया, रणदाीर सावरकर के अलावा तेजराव थोरात, दिलीप अंधारे की प्रमुख उपस्थिती कार्यक्रम में रही. मंच पर संस्था की सचिव श्रामती स्नेहप्रभादेवी गहिलोत, प्राचार्य विजयसिंह गहिलोत, भाजपा तहसील अध्यक्ष रमण जैन शहर अध्यक्ष राजू उगले, न.पा. उपायक्ष वर्षा बगाडे आसिन थे. कार्यक्रम के आरंभ में नितीन गडकरी के हाथों शाला की स्मरणिका का विमोच किया गया. प्रास्ताविक प्राचार्य विजयसिंह गहिलोत ने रखा, संचालन निलेश पाकधुने ने किया . समारोह में बडी तादाद में छात्र स्थानीय नागरिक अकोला से पधारे गणमान्य बडी संख्या में उपस्थित थे . गडकरी का निर्धारित कार्यक्रम ढाई घंटा देरी से आरंभ हुआ. सिंदखेड राजा में आगमन होने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, रावसाहेब दानवे आदि मान्यवरों ने राजे लखुजीराव जाधव के राजवाडा स्थित जिजाऊ जन्मस्थल का दर्शन लिया. इस दौरान जिजाऊ व बाल शिवाजी की प्रतिमा का पूजन कर अभिवादन किया .