उमरखेड
बाज़ारों में चीज़ें तोलने क़े लिए खुलेआम दुकानदार पत्थर व ईंटो क़ा इस्तमाल कर रहे हैं. ग्रामीण भागों के साथ ही शहरी भागों में भी इस तरह का कारोबार धडल्ले से चल रहा है और ग्राहकों की लूट हो रही है. ये सब इतने खुलेआम होने के बावजूद प्रशासन की ओऱ से ऎसे दुकानदारों पर कोईं कारवाई नहीं हो रही है ऐसा आरोप लगाया है ग्राहक संरक्षण संस्था के पदाधिकारियों ने.
गौरतलब है की कई सब्ज़ी विक्रेता, फल विक्रेता, फेरी वाले और छोटी दुकानों के दुकानदार 50, 100 व 200 ग्राम के लिए प्रमाणित वज़न की बजाय ईंट और पत्थर का इस्तेमाल कर रहे हैं.
वज़न व काटे (मापक) विभाग के निरीक्षक कि ओर से हर साल वज़न का नवीनीकरण करना आवश्यक है लेकिन ऐसा होता नहीं. अधिकारी हफ्ता सब्ज़ी बाज़ार मे जाकर निरिक्षण नहीं करते. ग्राहक संरक्षण संस्था कि ओऱ से मांग की गई है कि इस तरह से ग्राहकों पर धोखाधड़ी करने वाले विक्रेताओं पर जल्द कार्रवाई हो अन्यथा ग्राहक संरक्षण संस्था की ओऱ से तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है.