वर्धा एंटीकरप्शन ब्यूरो की कारवाई
चंद्रपुर
गरीब अनाज दुकानदार और किसानों को लूटने वाले चंद्रपुर के महसूल विभाग की एक महत्वपूर्ण कडी वर्धा एंटीकरप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने तोड़ी. एक गरीब किसान से 2 लाख रुपयों की मांग करने वाला कोरपना का नायब तहसीलदार माने 5 हज़ार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हांथों पकडा गया. गौरतलब है की पिछले साल तहसीलदार को भि एंटीटीकरप्शन बयूरो ने रिश्वत लेते रंगे हाँथ गिरफतार किया था.
जानकारी के मुताबिक तहसीलदार माने, खेती से जुड़े कामों के लिये तहसील कार्यालय मे आने वाले किसानों से रिश्वत लीए बिना कोई फाईल आगे नहीं बढाता था. काफी कोशिषों के बाद भी गरीब किसानों का पैसे दिए बिना कोई काम नहीं हो रहा था. माने की मनमानी के कारण तालुके के गरिब किसान त्रस्त थे.
तालुके की शेरज हटी रहवासी मीराबाई डोलकर की खेत सर्वे क्र. 106 अर्ज़ी 2.97 का मामला राजुरा के दीवानी न्यायालय मे शुरु था. इस मामले में न्यायालय ने कुछ दिन पहले हि फैसला सुनाया था. फैसला मीराबाई डोलकर के पक्ष मे आया था. उक्त खेती से जुड़े कागज़ मीराबाई के पोते अरविंद डोलकर ने माने के पास जमा की थी. अर्ज़ी को काफी दिन बीत जाने के बावजूद उनकी फ़ाइल आगे नहीं बढ़ी तब जाकर अधिकारी माने से सम्पर्क किया गया. माने ने फाइल आगे बढ़ाने के लिए 2 लाख रुपयों की मांग की. पैसे देने पर तुरंत काम हो जाने की बात माने ने कही. पैसे देने की इच्छा नहीं होने के कारन डोलकर ने इसकी शिकायत एंटीकरप्शन बयूरो मे की. अरविंद डोलकर ने माने से पहली 5 हज़ार देने की बात की जिसके लिये माने राजी हो गया. एंटीकरप्शन ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और डोलकर माने के कैबिन मे पैसे देने गया तभी एंटीकरप्शन के अधिकारियोँ ने माने को 5 हज़ार रिश्वत लेते हुए रंगे हाँथ पकड़ लिया. ये कारवाई एंटीकरप्शन बयूरो विभाग के उपपुलिस अधीक्षक अनील लोखंडे, प्रवीण देशमुख और कोरडे ने की.