नागपुर: फर्जी दस्तावेज बनाकर किसानों के नाम से विभिन्न बैंकों से 4500 करोड़ रुपये का कर्ज लेने वाले फर्म गंगाखेड शुगर एवं सुनील हाईटेक के नागपुर में 3, मुंबई में 4 और पर्ली में कुल 9 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को छापेमारी की है. समूह पर गलत तरीके से कर्ज लेने और उस पैसे का इस्तेमाल फिल्म सहित समूह की अन्य कंपनियों में करने के आरोप की जांच की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि रत्नाकर गुट्टे, विजय गुट्टे और सुनील गुट्टे मुंबई स्थित मुख्यालय में थे और ईडी उनसे वहीं पर पूछताछ कर रही है. इनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है.
समूह के संचालकों पर आरोप है कि एक तो हजारों किसानों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया और उनके नाम से विभिन्न बैंकों से लगभग 4500 करोड़ रुपये निकाले. इन पैसों का उपयोग फिल्म बनाने एवं समूह की अन्य छोटी-मोटी कंपनियों में इस्तेमाल किया, जो नियम के अनुसार नहीं है और यह आपराधिक मामला बनता है. नागपुर में सेंट्रल माल के सामने, सिविल लाइंस स्थित कार्यालयों और सिविल लाइंस स्थित आवास पर भी ईडी के अधिकारियों ने दबिश दी है. संचालक यहां नहीं थे, लेकिन ईडी ने कागजात और अन्य दस्तावेजों की दिनभर जांच करते रहे. इतना ही नहीं, कागजातों को अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है. बताया जाता है कि कई चौकाने वाले तथ्य इसमें मिले है, जो एक बड़े धोखाधड़ी की ओर इशारा कर रहे हैं. मुंबई में बांद्रा, सांताक्रूज आदि स्थानों पर छापेमारी जारी है.
कभी भी हो सकते हैं गिरफ्तार
सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में समूह मुंबई से ही कारोबार का संचालन कर रहा है. छापेमारी के दौरान भी वे अपने कार्यालय में मौजूद थे. तीनों ही संचालक ईडी के अधिकारियों के हाथ लग गए हैं और उनसे पूरे दिन पूछताछ की गई. पूछताछ के बाद इनके किसी भी समय गिरफ्तार होने की संभावना है, क्योंकि जांच के दौरान ईडी को अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं, जो यह इशारा करता है कि पैसों का गलत उपयोग किया गया है.