
नागपुर: नागपुर क्राइम ब्रांच के सेंधमारी विरोधी दस्ते ने शहर के सबसे कुख्यात सेंधमारों में शामिल ‘स्पायडर मैन’ को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी की गिरफ्तारी से कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई 12 लाख रुपए की चोरी सहित तीन अहम मामलों की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस के अनुसार आरोपी के खिलाफ 70 से अधिक चोरी के प्रकरण पहले से दर्ज हैं।
छत मोड़कर दुकान में की थी सेंध
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नाईक रोड, कोतवाली क्षेत्र के निवासी मनोज कुमार विष्णुदास खत्री (56) ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी ‘माधव इलेक्ट्रिकल्स’ दुकान में 14 अक्टूबर की रात बड़ी चोरी हुई। दुकान बंद करने के बाद वे घर चले गए थे, तभी अज्ञात चोर ने छत पर लगी प्लास्टिक टिन को मोड़कर अंदर प्रवेश किया।
चोर ने दुकान के ड्रॉवर में रखी 12 लाख रुपए की नकदी निकाल ली और फरार हो गया। इसके बाद कोतवाली थाने में धारा 305, 331(3) व 331(4) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
आरोपी ‘स्पायडर मैन’ मेडिकल कॉलेज के पास से दबोचा
सेंधमारी विरोधी दस्ते ने कोतवाली पुलिस के साथ समानांतर जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचना के आधार पर संदिग्धों की पड़ताल की गई। इसी दौरान महत्वपूर्ण सूचना मिली कि सालई, खुर्सापार निवासी आरोपी राम उर्फ स्पायडर मैन दिनेश मडावी (36) मेडिकल कॉलेज के पास देखा गया है।
टीम ने तुरंत दबिश देकर आरोपी को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने ‘माधव इलेक्ट्रिकल्स’ से 12 लाख रुपए चोरी करने की बात स्वीकार कर ली।
सीताबर्डी व अंबाझरी के मामले भी कबूल
पूछताछ आगे बढ़ने पर आरोपी ने सीताबर्डी थानांतर्गत एक सेंधमारी और अंबाझरी क्षेत्र से एक एक्टिवा चोरी करने की भी जानकारी दी। इसके साथ ही आरोपी ने शेगांव में मंदिर के पास करीब 2 लाख रुपए की चोरी करने का भी खुलासा किया। इस मामले की जांच अलग से की जा रही है।
तीन बड़े मामलों पर से उठा पर्दा
आरोपी की गिरफ्तारी से तीन प्रमुख चोरी के मामलों का खुलासा हुआ है। पुलिस का मानना है कि आरोपी ने ‘स्पायडर मैन’ की तरह छत से प्रवेश करने की अपनी तकनीक के कारण कई बार पुलिस को चकमा दिया था।
आरोपी को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है।
इंस्पेक्टर दिलीप चंदन के नेतृत्व में कार्रवाई
यह महत्वपूर्ण कार्रवाई पुलिस निरीक्षक दिलीप चंदन के नेतृत्व में की गई। टीम की सतर्कता और तकनीकी जांच के चलते एक बड़े सेंधमार गिरोह की गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकी है।









