नागपुर: शहर में लगातार बढ़ रही मोपेड चोरी की वारदातों के बीच क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। कुख्यात चोर ऋषभ असोपा को दिघोरी स्थित एक ओयो होटल से गिरफ्तार किया गया, जहाँ वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ठहरा हुआ था। जमानत पर छूटते ही उसने दोबारा चोरी का धंधा शुरू कर दिया था।
सिर्फ 10–12 दिनों में 13 मोपेड चोरी
जेल से बाहर आते ही ऋषभ ने अपने भाई रितिक असोपा और एक नाबालिग साथी के साथ मिलकर 13 मोपेड चुराईं। पुलिस पूछताछ में उसने हर वारदात स्वीकार की और उसके ठिकानों से सभी 13 वाहन बरामद कर लिए गए।
लकड़गंज की एक्टिवा ने खोला पूरा खेल
पिछले सप्ताह लकड़गंज निवासी सपना भोजवानी की एक्टिवा चोरी हुई थी। सीसीटीवी में असोपा भाइयों की तस्वीरें सामने आईं। इससे पहले धनसन लॉन क्षेत्र में रमेश डोनारकर की दुपहिया भी चुरा ली गई थी। दोनों मामलों ने पुलिस को फिर ‘असोपा गैंग’ की ओर इशारा किया।
ओयो होटल पर छापा—गर्लफ्रेंड संग पकड़ा गया आरोपी
सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने ओयो होटल में दबिश दी और ऋषभ को गर्लफ्रेंड के साथ धर दबोचा। जांच में सामने आया कि चोरी की कमाई से दोनों भाई अपनी गर्लफ्रेंड्स पर बेझिझक पैसा उड़ाते थे। महंगे शौक और ऐशो आराम के लिए उन्होंने मोपेड चोरी को रोज़गार बना रखा था।
पुलिस को संदेह है कि यह गैंग अब तक 50 से ज्यादा मोपेड चुरा चुका है। चोरी की गाड़ियों को बेचने के लिए आरोपी फर्जी आधार कार्ड बनाते थे। पूछताछ में गर्लफ्रेंड ने अपराधों की जानकारी होने से इनकार किया, जबकि पुलिस के मुताबिक ऋषभ की कई गर्लफ्रेंड्स थीं।
मामला सौंपा गया लकड़गंज थाने को
बरामद 13 मोपेड और मुख्य आरोपी ऋषभ को आगे की कार्रवाई हेतु लकड़गंज पुलिस के हवाले किया गया है। वहीं उसके भाई रितिक और नाबालिग साथी की तलाश जारी है।
कहानियाँ अक्सर अपराध की अजीब भूगोल को दिखाती हैं—कभी-कभी एक मोपेड से शुरू हुआ धागा पूरे गैंग का पर्दाफाश कर देता है।










