
नागपुर: नागपुर के शराब कारोबार में हड़कंप मचाने वाली बड़ी कार्रवाई में कलमना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो शराब की बोतलों में पानी भरकर ग्राहकों को ठग रहा था। पुलिस ने इस रैकेट में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए करीब ₹30.38 लाख मूल्य का माल जब्त किया है।
कलमना पुलिस की सटीक कार्रवाई
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग शराब की डिलीवरी के दौरान बोतलों में हेराफेरी कर रहे हैं। जानकारी के आधार पर कलमना पुलिस ने शर्जा बार, चिखली चौक के पास छापा मारा। वहां महेंद्र रामभाऊ बांबल (43) पिकअप वाहन में शराब की खेप लेकर जा रहा था। जब जांच की गई तो एक ही बॉक्स में अलग-अलग बैच नंबर की बोतलें पाई गईं।
पूछताछ में महेंद्र ने कबूल किया कि वह और उसके साथी बोतलों की सील तोड़कर उसमें से शराब निकालकर पानी भर देते थे, और फिर उन्हें दोबारा सील कर बेचते थे।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने इस रैकेट में शामिल कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
महेंद्र रामभाऊ बांबल (43) – गुलशन नगर
निखिल उर्फ निक्कू राजू नानटकर (28) – ओम साई नगर
नारायण उर्फ बंटी बंडूजी मोथरकर (35) – पावनगांव
इब्राहिम बब्बू स्वान पठान (40) – भांडेवाड़ी
रोशन राकेश साहू (34) – न्यू गणेश नगर
गजेंद्र तीजूराम साहू (36) – भवानी नगर
मणिराम उर्फ राहुल कोलेश्वर पासवान (25) – गौसिया कॉलोनी, सक्करदरा
इनमें से पासवान कबाड़ी का काम करता है, जबकि बाकी आरोपी पिकअप वाहनों के जरिए शराब की डिलीवरी करते थे।
इस तरह होता था गोरखधंधा
आरोपी गोदाम से शराब की खेप लेकर निकलने के बाद पहले से तय स्थान पर रुकते थे। वहां वे बोतलों की सील तोड़कर शराब निकालते, उसे खाली बोतलों में डालते और फिर असली बोतलों में पानी मिलाकर दोबारा सील करते थे।
कबाड़ी पासवान उन्हें खाली बोतलें, ढक्कन और बॉक्स उपलब्ध कराता था। ढक्कन मध्यप्रदेश से मंगवाए जाते थे। फिर ये नकली बोतलें वाइन शॉप और बार के कर्मचारियों को आधी कीमत पर बेच दी जाती थीं — जिससे दोनों पक्षों को भारी मुनाफा होता था।
आठ से दस साल से चल रहा था धंधा!
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह रैकेट पिछले आठ से दस वर्षों से सक्रिय था। शहर के कई बार और वाइन शॉप संचालक इस जाल में अनजाने में फंसते रहे। यह आश्चर्यजनक है कि इतने सालों से चल रहे इस गोरखधंधे का किसी को पता नहीं चल पाया।
पुलिस की सख्त निगरानी
कलमना पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। साथ ही वाइन शॉप और बार संचालकों से भी पूछताछ की जा रही है कि क्या उन्होंने जानबूझकर इस गोरखधंधे में सहयोग किया था।









