नागपुर: इतवारी , महल , बडकस चौक आदि व्यावसायिक क्षेत्रों में मेट्रो से आवागमन करने के लिए चितारओली मेट्रो स्टेशन सबसे उपयुक्त है । नागरिकों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन का निर्माण किया गया है । सेन्ट्रल एवेन्यू का यह क्षेत्र सबसे व्यस्त माना जाता है। इस मेट्रो स्टेशन के आसपास कपड़ा , आभूषण , अनाज।, किराना आदि बाजार जुड़े हुए है । सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग पर मेट्रो सेवा शुरु होने से मेट्रो में नागरिकों का आवागमन बढ़ गया है। सुरक्षित , आसान और किफायती परिवहन साधन होने से नागरिक मेट्रो रेल को प्राथमिकता दे रहे है ।
•मूर्तिकार व कलाकारों का क्षेत्र:
चितारओली की पहचान मूर्तिकार और कलाकारों से बनी हुई है । इसका इतिहास वर्षों पुराना है । पहले नाटक , रामलीला , कृष्णलीला मंडली यहीं के कलाकारों से परदे और मंच साज सज्जा तैयार कराते थे । पीढ़ी दर पीढ़ी के मूर्तिकार आज भी गणेश , दुर्गा , काली लक्ष्मी , सरस्वती की प्रतिमाओं का निर्माण करते है। गणेशोत्सव , दुर्गोत्सव के दौरान विदर्भ , मध्यप्रदेश , छत्तीसगढ़ के लोग यहां प्रतिमाएं लेने आते है । चितारओली मेटो स्टेशन यहां आनेवाले लोगों के लिए बहुत आसान है । गणेश और दुर्गा उत्सव के दौरान इस क्षेत्र में मेला सा लगा रहता है ।
•परंपरा का किया जतन:
चितारओली मेट्रो स्टेशन के समीप पिलर पर मारबत उत्सव की परंपरा को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है । चितारओली चौक पर तान्हा पोले (पोले के दूसरे दिनों के दिन मस्कासाथ और इतवारी क्षेत्र से भारी जनसमुदाय के साथ निकलने वाली काली और पीली मारबत का मिलन इसी चौराहे पर होता है। महामेट्रो की ओर से इस परंपरा का जतन किया गया है । महानगर की चारों दिशाओं में मेट्रो ट्रेन का संचालन होने से इतवारी , महल , गांधीबाग , मस्कासाथ आदि व्यावसायिक क्षेत्रों में शहर और बाहरगांव के लोगों आसानी से खरीदारी के लिए पहुंच रहे है ।
•पैदल चलना फायदेमंद:
मेट्रो यात्री व्यवसायी लखनपाल का कहना है , कि मेट्रो के आने से थोड़ा बहुत पैदल चलने का अवसर मिल रहा है । मेट्रो आने के पहले वे कामठी मार्ग शोरुम से कार से सेन्ट्रल एवेन्यू और एमआयडीसी मार्ग स्थित शोरुम में जाते थे । इस दौरान पैदल नहीं चल पाते है। मेट्रो आने से वे महाकार्ड का उपयोग कर टिकट की कतार से बचते है और आसानी से यात्रा कर दोसर चौक से पैदल शोरुम जाते है । उन्होंने कहा कि मेट्रो शारीरिक , मानसिक और आर्थिक रुप से बेहद फायदेमंद होने के साथ ही शहर को प्रदूषणमुक्त बनाने में भी सहयोग कर रही है ।