नागपुर. आवारा श्वानों को लेकर हाई कोर्ट की ओर से हंटर चलाए जाने के बाद अब देर से ही सही लेकिन मनपा हरकत में आ गई है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक सप्ताह के भीतर आवारा श्वानों की नसबंदी शुरू करने की हिदायत मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने दी. बुधवार को इस संदर्भ में उन्होंने भांडेवाड़ी स्थित डॉग शेल्टर का जायजा लिया. बताया जाता है कि वर्तमान में 1 लाख से अधिक आवारा श्वान होने का अनुमान है.
हालांकि इतनी बड़ी संख्या में आवारा श्वानों की नसबंदी कर उनकी आबादी बढ़ने से रोक लगा पाने में थोड़ा समय लगेगा लेकिन एक सप्ताह के भीतर यह अभियान शुरू होने की जानकारी मनपा ने दी. मनपा आयुक्त द्वारा दिए गए आदेशों के अनुसार भांडेवाड़ी में स्थित डॉग शेल्टर में ही बने एक कमरे में ऑपरेशन सेंटर तैयार किया जाएगा. अति. आयुक्त राम जोशी, कार्यकारी अभियंता डहाके, जोनल अधिकारी रोहिदास राठौड़ उपस्थित थे.
जारी किया जाएगा टेंडर
घनकचरा व्यवस्थापन विभाग के उपायुक्त डा. गजेन्द्र महल्ले ने कहा कि आम तौर पर आवारा श्वानों को लेकर शिकायत मिलने के बाद मनपा का डॉग स्क्वाड कुत्तों को पकड़कर भांडेवाड़ी लेकर आता है. मनपा द्वारा लाए जाने वाले कुत्तों की यहां के ऑपरेशन सेंटर में नसबंदी की जाएगी. इसके अलावा शहर में घूम रहे 1 लाख से अधिक आवारा श्वानों की नसबंदी के लिए अलग से टेंडर निकाला जाएगा. यह टेंडर भी एक सप्ताह के भीतर निकाला जाएगा. इस कार्य के अनुभवी एनजीओ टेंडर की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे. इसके पूर्व इस तरह के ऑपरेशन के लिए निजी एजेंसी की नियुक्ति की गई थी जिसे प्रति ऑपरेशन के लिए 1,000 रुपए का भुगतान किया जाता था.
2.5 एकड़ के परिसर में 100 श्वान पहले से बंद
उल्लेखनीय है कि भांडेवाड़ी में 2.5 एकड़ परिसर में फैले डॉग शेल्टर में फिलहाल 100 आवारा कुत्तों को रखा गया है. मनपा की ओर से इनके भोजन आदि की व्यवस्था की जाती है. बताया जाता है कि इसके पूर्व भी मनपा ने एजेंसी को नसबंदी का कार्य सौंपा गया था किंतु इसके डॉग शेल्टर को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी. यहां तक कि डॉग शेल्टर होम में श्वान की मृत्यु के कारण न केवल एफआईआर दर्ज की गई बल्कि एजेंसी का टेंडर भी रद्द कर दिया गया.










