नागपुर -स्थानीय मनसे कार्यकर्ताओं ने मनसे नेताओं के समक्ष सवाल खड़ा किया कि करीब डेढ़ दशक पहले मनसे की स्थापना के बाद भी नागपुर जैसे बड़े शहर में क्यों नहीं पांव पसार पाई, पार्टी बढ़ने के बजाय क्यों घटी ? उक्त सवालों से नेतामंडली सकते में आ गई.
याद रहे कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे 18 तारीख को नागपुर आ रहे हैं। इससे पहले मनसे विदर्भ,आगामी मनपा चुनाव में पार्टी के पुनर्निर्माण की समीक्षा कर रही है। इसके लिए विदर्भ से मनसे प्रवक्ता संदीप देशपांडे, अविनाश जाधव और आनंद एंबडवार को नागपुर भेजा गया है। इन तीनों प्रमुख पदाधिकारियों ने रवि भवन में उत्तर नागपुर विधानसभा क्षेत्र, पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम नागपुर के पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक की. शेष तीन और छह ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा आज की जाएगी.
उक्त समीक्षा बैठक से मनसे पदाधिकारी काफी डरे हुए हैं। इसलिए यह तय माना जा रहा है कि इस दौरे में कुछ पदाधिकारियों को पदमुक्त भी किया जा सकता है.
हम अपने दम पर लड़ेंगे : देशपांडे
इससे पहले संदीप देशपांडे ने चर्चा में कहा कि मनसे सभी स्थानीय निकायों में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. सिर्फ मनसे-शिंदेसेना-भाजपा गठबंधन की बात हो रही है। फिलहाल हम आत्मनिर्भरता की तैयारी करने आए हैं। गठबंधन को लेकर फैसला राज ठाकरे लेंगे। उन्होंने इस आरोप को खारिज कर दिया कि मनसे नेताओं ने अब तक विदर्भ की उपेक्षा की है। राज ठाकरे कई बार विदर्भ गए। पार्टी को ज्यादा सफलता न मिलने के कारण अलग हो सकते हैं। हालांकि संदीप देशपांडे ने कहा कि अब से हम मजबूती से चुनावी मैदान में उतरेंगे.