नागपुर. कोरोना की तीसरी लहर में एक सप्ताह पूर्व तक भले ही संक्रमण की रफ्तार तेज रही हो, लेकिन गत 4 दिनों में लगातार इसका ग्राफ घटता दिखाई दे रहा है. हालांकि शनिवार की तुलना में रविवार को 181 पॉजिटिव अधिक मिले लेकिन तुलनात्मक दृष्टि से जांच का आकलन किया जाए तो उस लिहाज से पॉजिटिव की संख्या कम ही है. गत 24 घंटे में कुल 10,558 लोगों की टेस्ट की गई थी. जबकि वर्तमान 24 घंटे में कुल 11,338 लोगों की टेस्ट कराई गई.
सूत्रों के अनुसार गत कुछ दिनों पूर्व अचानक संक्रमण में तेजी आने के कारण अस्पतालों की भर्ती का आंकड़ा भी बढ़ा हुआ था. किंतु गत कुछ दिनों से संक्रमितों से अधिक रिकवर होनेवालों का आंकड़ा अधिक दिखाई दे रहा है, जो फिलहाल सिटी के लिए राहत की खबर तो है किंतु अभी भी खतरा बना होने के कारण सतर्कता रखने की अपील प्रशासन द्वारा की जा रही है. विशेषत: शनिवार को सिटी में कुल 1,981 लोग पॉजिटिव पाए गए थे जबकि रविवार को जहां जिले में कुल 3,057 पाजिटिव मिले, वहीं सिटी में केवल 1,770 ही पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि ग्रामीण में 1,183 और जिले के बाहर से 104 पाजिटिव मरीजों का समावेश है.
रिकवर का भी बढ़ा आंकड़ा
सूत्रों के अनुसार शनिवार को कुल 3,842 मरीज रिकवर हुए थे. जबकि रविवार को 4,589 मरीज रिकवर हुए है. जानकारों के अनुसार जिले के कुल पॉजिटिव में से ग्रामीण क्षेत्र के 1,183 और बाहर के 104 मरीज भी शामिल है. बताया जाता है कि संक्रमितों का आंकड़ा तो कम हो रहा है लेकिन गत कुछ दिनों से कोरोना के कारण जान गंवाने वालों का आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है. यहां तक कि रविवार को भी इसमें किसी तरह की राहत नहीं मिली है.
शनिवार को कुल 10 मौतें हुई थी. जिसमें सिटी में केवल 6 की जान गई थी. किंतु रविवार को हुई कुल 12 मौतों में सिटी के 10 तथा जिले से बाहर के 2 लोगों की मौत दर्ज की गई. जानकारों के अनुसार कोरोना को अभी भी हलके में लिया जा रहा है. यहीं कारण है कि देरी से इलाज शुरू करने की गलती में इस तरह की मौतों का आंकड़ा बढ़ता दिखाई दे रहा है. भले ही तीसरी लहर में कोरोना कम खतरनाक हो, लेकिन समय पर इलाज ही इससे सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है.
24,600 एक्टीव मरीज
बताया जाता है कि लगातार संक्रमितों की आंकड़ा कम होने के बावजूद एक्टीव मरीजों की संख्या में कमी नहीं है. शनिवार को 24,361 मरीज थे. रविवार को रिकवर का आंकड़ा अधिक होने के बावजूद 24,600 एक्टीव मरीज दर्ज किए गए. जानकारों के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत में कोरोना से बाधितों के जल्द रिकवर होने के उदाहरण उजागर हो रहे थे. किंतु अस्पतालों में लगातार भर्ती का आंकड़ा बढ़ने के बाद से एक्टीव मरीजों के आंकड़े में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है.