Published On : Sat, Feb 29th, 2020

निजी और सीबीएसई स्कुल बनाने का स्कुल के विद्यार्थियों ने किया विरोध

Advertisement

नागपुर– बेझनबाग स्थित गुरुनानक स्कुल को निजी स्कुल सीबीएसई न बनाने के विरोध में शनिवार 29 फरवरी को स्कुल के पालक, विद्यार्थियों की ओर से स्कुल से लेकर पालकमंत्री डॉ. नितिन राऊत के घर तक मार्च निकाला गया. इस दौरान स्कुल के सभी विद्यार्थी और उनके पालक मौजूद थे. पालकों का कहना है की स्कुल के संचालको की ओर से स्कुल को निजी और सीबीएसई स्कुल बनाया जा रहा है.

इसके बाद स्कुल में काफी ज्यादा फ़ीस देनी होगी. अभी इस स्कुल में करीब 3, 500 विद्यार्थी पढ़ रहे है. इनमें ज्यादातर विद्यार्थी गरीब तबके से आते है. अगर स्कुल प्राइवेट और सीबीएसई की गई तो यह बच्चे यहां नहीं पढ़ पाएंगे. जिसके विरोध में यह मार्च किया गया.

Gold Rate
15 july 2025
Gold 24 KT 98,200 /-
Gold 22 KT 91,300 /-
Silver/Kg 1,12,500/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

गुरुनानक शाला बचाव समिति की ओर से इस मार्च का आयोजन किया गया था. हाथों में बैनर लेकर सभी दिखाई दिए. इस प्रदर्शन के आयोजक चन्द्रसेन सोनारे ने जानकारी देते हुए बताया की ‘ दी सिख एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित गुरुनानक प्राथमिक हाईस्कूल और जूनियर कॉलेज 100 प्रतिशत अनुदानित है. इस स्कुल को बंद करने का निर्णय ‘ दी सिख एजुकेशन सोसाइटी द्वारा लिया गया है.

इस स्कुल की जमींन नागपुर सुधार प्रन्यास की ओर से कम दरों में अनुदानित स्कुल चलाने के लिए ली गई थी. जिसपर इस संस्था ने लोगों की मदद से एक बड़ी स्कुल बनाई. लेकिन अब स्कुल को बंद कर इसी स्कुल में आर्थिक लाभ को ध्यान में रखते हुए निजी सीबीएसई स्कुल बनाने का निर्णय लिया गया है.

उन्होंने बताया की इस निर्णय से इस स्कुल में पढ़नेवाले गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित हो जायेंगे. इसमें पढ़नेवाले 75 प्रतिशत विद्यार्थी अनुजाति जाती के है. उन्होंने स्कुल बंद न होने देने की मांग की है. इस दौरान गुरुनानक शाला बचाव समिति के अध्यक्ष महेंद्र पराते, सचिव नीतू लाड़से समेत अन्य लोग मौजूद थे.

Advertisement
Advertisement