अवैध गौण खनिज का मामला रफा-दफा करने हेतु ठेकेदार से स्वीकारी रिश्वत, एसीबी ने दबोचा
गोंदिया : राजस्व विभाग एक एैसा महकमा है जिसमें बाबू से लेकर उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों की तूती बोलती है।
गोरेगांव तहसील के ग्राम हौसीटोला स्थित सरकारी हुटक्या तालाब से शासकीय गौणखनिज के अवैध मुरूम उत्खन्न व उसके परिवहन के मामले को रफा-दफा करने के लिए तहसीलदार ने एक बड़े रिश्वत के एमाऊंट की डिमांड ठेकेदार से कर डाली।
शिकायतकर्ता ट्रैक्टर चालक-मालक भी कम चतूर न था, उसने चढ़ावा चढ़ाने की बजाए एसीबी कार्यालय का रूख किया। अब तहसीलदार और उसके साथीदार के रूप में २ बड़ी मच्छलीयां एन्टी करप्शन ब्यूरो के जाल में फंसकर छटपटा रही है। ५० हजार रूपये की रिश्वत के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार किए गए दोनों घुसखोरों के खिलाफ गोरेगांव थाने में केस दर्ज हो चुका है।
एसीबी सूत्रों से प्राप्त जानकारीनुसार शिकायतकर्ता ठेकेदार तथा ट्रैक्टर का चालक-मालक है। इसे गोरेगांव तहसीलदार ने १० फरवरी को नोटिस जारी किया जिसमें ग्राम हौसीटोला के सरहद में आने वाले हुटक्या सरकारी तालाब के गट से अवैध मुरूम उत्खन्न और उसके परिवहन के संदर्भ में लिखित उत्तर तहसील कार्यालय गोरेगांव में जमा करने को कहा गया, जिसके बाद शिकायतकर्ता यह १३ फरवरी को तहसील कार्यालय गोरेगांव पहुंचा और उसने तहसीलदार शेखर पुनसे से भेंट की।
तहसीलदार ने शिकायतकर्ता को बताया, तुमने हुटक्या सरकारी तालाब से मुरूम का अवैध उत्खन्न व उसका परिवहन किया है लिहाजा तुम पर राजस्व विभाग की दंडात्मक कार्रवाई होगी, अगर तुम्हें इस कार्रवाई से बचना है तथा समूचे प्रकरण से मुक्त होना है तो इसके लिए मुझे १ लाख रूपये देने होंगे , जिसपर शिकायतकर्ता ने कहा- मैं इतनी बड़ी रकम दे नहीं सकता?
मोलभाव पश्चात तहसीलदार ने ५० हजार रूपये मेरे घर पर लाकर दे दो, एैसा बोला जिसपर शिकायतकर्ता यह चढ़ावे की रकम देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने १३ फरवरी को ही एसीबी कार्यालय का रूख किया और अपनी शिकायत दर्ज करायी जिसपर भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के अधिकारियों ने १४ फरवरी को तहसीलदार शेखर पुनसे के शिकायत की योग्य जांच की और १५ तारिख को तय स्थान- एकता कॉलोनी, गोरेगांव यहां जाल बिछाया।
शिकायतकर्ता से हुटक्या तालाब के अवैध मुरूम उत्खन्न और उसके परिवहन प्रकरण पर दंडात्मक कार्रवाई न करने के ऐवज में तथा उसे इस समूचे प्रकरण से मुक्त करने हेतु ५० हजार रूपये की रिश्वत तहसीलदार शेखर पुनसे के निर्देश पर उसके निजी व्यक्ति शाहिद लतीफ पठान द्वारा स्वीकार करते ही पंच-गवाहों के समक्ष एसीबी ने छापामार कार्रवाई की तथा तहसीलदार व उसके साथीदार को रंगेहाथों धरदबोचा और तहसीलदार के निजी व्यक्ति के पास से घूस के तौर पर स्वीकार की गई ५० हजार रूपये के रिश्वत की रकम भी हस्तगत की गई।
बहरहाल दोनों आरोपियों के खिलाफ गोरेगांव थाने में धारा ७, १२,भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कायदा १९८८ के सुधारित अधिनियम के तहत पंजीबद्ध कर उन्हें हिरासत में लिया गया है।
उक्त छापामार कार्रवाई एसीबी पुलिस अधीक्षक श्रीमती रश्मी नांदेडकर, अप्पर पुलिस अधीक्षक राजेश दुद्दलवार (नागपुर) के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक शशिकांत पाटिल, पोउपनि शिवशंकर तुमड़े, पुलिसकर्मी- रंजीत बिसेन, दिगंबर जाधव, नितीन रहांगडाले, राजेंद्र बिसेन, मपोसि वंदना बिसेन, गीता खोब्रागड़े, वाहन चालक सिपाही देवानंद मारबते की टीम ने की। एसीबी द्वारा की गई इस बड़ी कार्रवाई के बाद राजस्व विभाग अधिकारियों में खलबली मची हुई है।
रवि आर्य