सीबीआई की नागपुर टीम ने की कार्रवाई
घुग्घुस
वेस्टर्न कोलफील्ड्स लि. (वेकोलि) के निलजई उपक्षेत्र के वित्त प्रबंधक एम.एल.पाल तथा लिपिक अविनाश काकड़े को सीबीआई नागपुर की टीम ने मंगलवार को यहां गिरफ्तार किया है. कंपनी के एक वाहन की मरम्मत तथा आरटीओ पासिंग करने का 51 हजार रु. का बिल देने के लिए क्रमश: 2500 तथा 3000 रुपए की रिश्वत मांगने वाले वेकोलि के इस अधिकारी और कर्मचारी को चंद्रपुर के तुकूम स्थित वी.के.मोटर्स के मालिक वसीम खान की शिकायत पर यह गिरफ्तारी कि गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार उपक्षेत्र के वित्त प्रबंधक पाल को सीबीआई की टीम ने 2000 रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा. जबकि तलाशी के दौरान वेकोलि के 25 बिल अविनाश काकड़े की कार में मिलने के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. यह कार्रवाई मंगलवार को दोपहर लगभग 2 बजे की गई.
सीबीआई सूत्रों के अनुसार वसीम खान ने वेकोलि के वाहन क्रमांक एम.एच.34. एम.ए. 1642 क्रमांक की वाहन की मरम्मत तथा आरटीओ पासिंग का कार्य कराया था. जिसका बिल 51 हजार रुपए का था. वसीम ने यह बिल 22 अप्रैल 2014 को निलजई उपक्षेत्र के वित्त प्रबंधक एम.एल.पाल तथा लिपिक अविनाश काकड़े के पास जमा कराया था. उक्त बिल को मंजूर करने के लिए वित्त प्रबंधक पाल ने 2500 रुपए तथा लिपिक अविनाश काकड़े ने 3000 रुपए की रिश्वत मांगी थी. वेकोलि अधिकारी के इस रवैये से परेशान वसीम खान ने इसकी शिकायत सीबीआई कार्यालय नागपुर से की.
शिकायत के आधार पर सीबीआई की टीम ने पाल के कार्यालय में जाल बिछाकर पाल को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद लिपिक अविनाश काकड़े को भी गिरफ्तार कर लिया गया. काकड़े की कार से मिले 25 बिल से अनुमान लगाया जा रहा है कि वह कार्यालय से बिल ले जाकर संबंधित व्यक्ति से रिश्वत मांगने का धंधा करता रहा होगा.
यह कार्रवाई सीबीआई के पुलिस निरीक्षक प्रदीप लांडे, मोरे, वरिष्ठ आरक्षक जीतेंद्र नाईकवार, संजय बागड़े, आरक्षक दीपक मोरे और दवडे ने की.
