गोंदिया: एक किसान द्वारा तलाठी कार्यालय जाकर जमीन अपने नाम करने के लिए आवेदन देने पर कोतवाल ने डेढ़ हजार रुपये की रिश्वत मांगी। किसान की शिकायत करने के बाद कोतवाल को एसीबी ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।

यहां जारी उप अधीक्षक संजय पुरंदरे की विज्ञप्ति के अनुसार, फरियादी किसान ने गांव निलागोंदि में अपने खेत से संलग्न एक अन्य खेत खरीदी। उस जमीन को अपने नाम रजिस्ट्री कर जमीन को नाम परिवर्तन (फेरफार) के लिए वह 17 नवंबर को सम्पूर्ण कागजातों के साथ गोंदिया जिला के तलाठी कार्यालय सा.क्र. 9 रतनारा पहुंच आवेदन किया था। पुन: वह आवेदन के संबंध में पूछताछ करने वह तलाठी कार्यालय पहुंचा। वहां उपस्थित कोतवाल साझा क्र. 9, जगदीश गणेश मेश्राम ने किसान से नई खरीदी गई खेत जमीन के नाम परिवर्तन (फेरफार) कर देने के लिए 1,500 बतौर रिश्वत मांगी। रिश्वत की रकम न देते हुए किसान ने इसकी शिकायत एसीबी, गोंदिया से कर दी।
गोंदिया की एसीबी की यूनिट ने 28 नवम्बर को मामला दर्ज कर तलाठी कार्यालय सा.क्र. 9 रतनारा, जि. गोंदिया पहुंच कोतवाल को पकडऩे जाल बिछाया और जैसे ही जनसेवक जगदीश गणेश मेश्राम किसान से 1.500 रुपये स्वीकार करने लगा एसीबी के अधिकारी रंगेहाथों उसे दबोच लिया। इस संबंध में दवनीवाड़ा थाने में उसके खिलाफ रिश्वत प्रतिबंधक अधिनियम की धारा 1988 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच प्रारंभ कर दी।
इस कार्यवाही में एसीबी गोंदिया यूनिट के पुलिस अधीक्षक दिनकर ठोसरे, पुलिस निरीक्षक शिवचरण पेठे व अन्य कर्मचारी ने सहयोग दिया। इन दिनों रिश्वत प्रकरण बढ़ जाने से नागपुर परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक प्रकाश जाधव ने नागरिकों से आह्वान किया कि सरकारी कार्यालय के किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने पर वे सीधे एसीबी कार्यालय के टोल फ्री लैंडलाइन क्रमांक 1064 पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
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