गडचिरोली
आवश्यक शिक्षक नहीं होने के कारण छात्रों का शैक्षणिक नुकसान होने का देख संतप्त नागरिकों ने अपने बच्चों को स्कुल भेजना ही बंद किया है. जिससे शाला बंद रखने का मामला आज मंगलवार को कुरखेड़ा तहसील के गोठनगांव में सामने आया. गोठनगांव में जिला परिषद शाला होकर यहां पहली कक्षा से सातवी तक कक्षा है. इस शाला में कुल 135 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है. मात्र 7 कक्षाओं को पढ़ाने के लिए केवल 4 शिक्षक कार्यरत है. कुछ दिन पूर्व यहां के उच्चश्रेणी मुख्याध्यापक सेवानिवृत होने के चलते 4 शिक्षकों में से एक शिक्षक को उनका प्रभार सौपा गया.
प्रभारी मुख्याध्यापक को कार्यालयीन कार्य व समय-समय पर बैठकों में जाना पड़ता है. जिससे 3 शिक्षक 7 कक्षाओं को पढ़ा नहीं सकते. फलस्वरूप छात्रों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है. उक्त शाला में आवश्यक शिक्षकों की नियुक्ति करे, इस मांग को लेकर ग्राम शिक्षा समिति ने जिला परिषद की ओर 2 माह से पत्रव्यवहार किया. मात्र जिला समिति मांग की पूर्तता नहीं की. जिससे अभिभावकों ने आज मंगलवार को अपने बच्चों को स्कुल में नहीं भेजा. जिससे शाला में सन्नाटा छाया था. इसके बाद गुटशिक्षणाधिकारी झाडे ने गोठनगांव की शाला में भेंट देकर तत्काल एक शिक्षक की नियुक्ति करने का आश्वासन दिया. मात्र शिक्षक आने तक छात्रों को स्कुल नहीं भेजने की भुमिका अभिभावकों ने ली.
इस दौरान शाला व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष रामकृष्ण मुंगनकर, उपाध्यक्ष विद्या माकडे, सदस्य भास्कर शेंद्रे, राम लांजेवार आदि उपस्थित थे.
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