नागपुर: नागपुर शहर में मॉरेस कॉलेज चौक के पास बर्डी रोड पर पुरानी किताबें बेचनेवाले विक्रेताओं को मेट्रो प्रोजेक्ट के कारण अपनी जगह से हटा दिया गया था और उन्हें दूसरी जगह देने की हामी भरी गई थी. एक वर्ष पूरा होने के बाद भी इन्हें जगह नहीं मिलने की वजह से गुरुवार को इन विक्रेताओं ने भी अपनी मांगों को लेकर मॉरेस कॉलेज चौक पर ही धरना प्रदर्शन कर सरकार से जगह देने की मांग की.
नागपुर पुस्तक विक्रेता कल्याणकारी संस्था के अध्यक्ष नरेश वाहाने ने बताया कि पिछले सात दशकों से यह गरीब पुस्तक विक्रेता किताबें बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. गरीब विद्यार्थियों को एकदम कम कीमत में किताबें बेची जाती है. जिसके कारण गरीब विद्यार्थियों की भी एक प्रकार से यह मदद ही है. इनके पास विभिन्न विषयों की किताबें भी मिलती हैं. जिसके कारण कई लोगों के साथ साथ विभिन्न क्षेत्रों से संबधित लोगों को भी इन क़िताबों से लाभ ही मिला है.
लेकिन प्रशासन ने हमें अपनी जगह से हटाने के लिए पहले पार्किंग की समस्या के नाम से, उसके बाद सौन्दर्यीयकरण के नाम पर हटाया. और अब मेट्रो के नाम से हमें पूरी तरह से निराधार किया जा रहा है. इन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग की है की इन्हे सीताबर्डी में ही किताबे बेचने के लिए जगह उपलब्ध करवाई जाए.