गोरेवाड़ा जू को बालसाहेब ठाकरे का नाम देने का विरोध
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने जलाया अध्यादेश
नागपुर– गोरेवाड़ा अंतर्राष्ट्रीय जू का नाम बदलकर स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे का नाम देने का निर्णय लिया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 26 जनवरी को इसका उद्घाटन करनेवाले है. लेकिन विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने इस निर्णय पर विरोध दर्शाया है. विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से राज्य सरकार का अध्यादेश भी जलाया गया. सदस्यों का कहना है की समारोह के समय वे काले झंडे दिखाकर इसका विरोध दर्शाएंगे.
इस दौरान विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नेता राम नेवले ने बताया की बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना यह हमेशा से ही विदर्भ के विरोध में रहे है. इन्होने हमेशा महाराष्ट्रवादी भूमिका निभाई है. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे उस दौरान छत्तीसगढ़, उत्तरांचल, झारखंड यह तीन राज्य बनाएं गए थे, उसी समय विदर्भ पृथक भी बन गया होता, लेकिंन शिवसेना के विरोध के कारण यह नहीं हो पाया. इसलिए विदर्भ विरोधी बालासाहेब का नाम गोरेवाड़ा जू को देने का हम विरोध कर रहे है.
नेवले ने बताया की जिन्होंने जिंदगीभर विदर्भ का विरोध किया है, हमेशा विदर्भ के साथ सौतेला व्यवहार किया है, अब उन्होंने विदर्भ के प्रोजेक्टों को बालासाहेब का नाम देने की शुरुवात की है. सदस्यों ने मांग की है कि इसे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का नाम दिया जाए , जिन्होंने पृथक विदर्भ की मांग की थी, या फिर विदर्भ के लिए लड़नेवाले जांभुवंतराव धोटे, उमेशबाबू चौबे या गोंडवाना का नाम दिया जाए. सदस्यों ने कहा की 26 जनवरी को हम काले झंडे दिखाकर नामकरण का विरोध करेंगे.
इस प्रदर्शन में युवा आघाडी नागपुर के अध्यक्ष मुकेश मासुरकर, जिल्हा अध्यक्ष अरूण केदार, महिला आघाडी शहर अध्यक्षा रेखा निमजे, जिल्हा उपाध्यक्ष गुलाबराव धांडे, पूर्व नागपूर अध्यक्ष नितीन अवस्थी, शहर महासचिव राजेंद्र सतई, झोपडपट्टी विभाग शहर अध्यक्ष ज्योती खांडेकर, वाहतूक आघाडी जिल्हा अध्यक्ष प्रशांत जयकुमार, शहर महासचिव विजय मौंदेकर, शहर उपाध्यक्ष विणा भोयर, कर्नलसिंग दिगवा, उपाध्यक्ष दक्षिण नागपूर शोभा येवले, उपाध्यक्ष युवा आघाडी नागपूर राजेश बंडे, महासचिव नागपूर शहर नरेश निमजे, विष्णू आष्टीकर, कांचन करांगळे, उत्तर नागपूर अध्यक्ष प्रशांत मुळे, शैलेष धर्माधिकारी, गजानन निनावे, अजय शाहू, अशोक पटले मौजूद थे.