नागपुर: ‘द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ (HoABL) की नई प्रोजेक्ट “नागपुर मरीना” के हाई-प्रोफाइल विज्ञापनों ने शहर में खरीदारों के बीच गहरी शंका पैदा कर दी है। भव्य प्रचार अभियानों के पीछे की हकीकत जांचने पर कई दावे असंगत और भ्रामक पाए गए — खासतौर पर लोकेशन, RERA पंजीकरण और ‘न्यूयॉर्क आधारित आर्किटेक्ट्स’ के सहयोग के दावों को लेकर।
कंपनी ने अपने विज्ञापनों में “78 एकड़ के वाटरफ्रंट एड्रेस” को ‘साउथ नागपुर’ क्षेत्र में बताया है और इसे “नेक्स्ट बिग इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन” के रूप में पेश किया है। विज्ञापन अखबारों, सोशल मीडिया और यहां तक कि फुताला झील के ऊपर पैरामोटर डिस्प्ले तक फैलाए गए हैं।
लेकिन ‘नागपुर टुडे’ की जांच में यह साइट वास्तव में हिंगणा तहसील में स्थित पाई गई — यानी नागपुर के पश्चिमी क्षेत्र में, न कि दक्षिणी हिस्से में जैसा कि प्रचार में दावा किया गया। स्थल निरीक्षण में किसी प्रकार का वास्तविक विकास कार्य नहीं दिखा। इससे खरीदारों के मन में परियोजना की साख और भविष्य की कनेक्टिविटी को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं।
RERA पर लाल झंडी: एक नंबर, कई पेज, कोई स्पष्टता नहीं
कई वेबसाइट्स और HoABL के सहयोगी पोर्टल्स पर एक ही MahaRERA पंजीकरण नंबर — P51700100388 — का उपयोग “नागपुर मरीना” के लिए किया गया है।
लेकिन हर पेज पर स्थिति अलग दिखाई देती है — कहीं “रजिस्टर्ड”, कहीं “कमिंग सून” और कहीं “पेंडिंग अप्रूवल”।

इस असंगति से खरीदारों के लिए किसी एक विश्वसनीय स्रोत से परियोजना की कानूनी स्थिति का पता लगाना लगभग असंभव हो गया है।
कंपनी का बयान: “रिफंडेबल बुकिंग्स पर RERA लागू नहीं”
नागपुर मरीना के एरिया सेल्स मैनेजर कुलदीप बुरमन ने कहा कि परियोजना का MahaRERA नंबर फिलहाल स्वीकृति के लिए लंबित है। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा प्रचार सिर्फ “रिफंडेबल बुकिंग्स” के लिए है — यानी ₹99,000 की रकम पूरी तरह वापसी योग्य है, इसलिए इसके लिए RERA रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं।
हालांकि, कई प्रॉपर्टी पोर्टलों पर इसे अब भी “RERA रजिस्टर्ड” दिखाया जा रहा है। बुरमन ने यह भी कहा कि HoABL ने अपने आधिकारिक विज्ञापनों में कोई RERA नंबर नहीं दिया, संभव है कि चैनल पार्टनर्स ने इसे अपने स्तर पर जोड़ा हो।
कानूनी विशेषज्ञ की राय: “यह लेन-देन अवैध श्रेणी में आता है”
एक वरिष्ठ रियल एस्टेट सलाहकार के अनुसार, RERA पंजीकरण के बिना किसी भी प्रकार का धन लेन-देन — चाहे वह रिफंडेबल बुकिंग ही क्यों न हो — अवैध है।
उन्होंने कहा, “कोई भी बुकिंग ऑफर या धन स्वीकार करना, जब तक परियोजना RERA में दर्ज नहीं होती, कानून का उल्लंघन है।”
आर्किटेक्ट विवाद: “न्यूयॉर्क बेस्ड डिज़ाइनर्स” — लेकिन कौन?
HoABL के विज्ञापनों में “न्यूयॉर्क आधारित आर्किटेक्ट्स” का उल्लेख prominently किया गया है, लेकिन अब तक इस साझेदारी का कोई आधिकारिक दस्तावेज या सार्वजनिक खुलासा नहीं हुआ।
खरीदार अब कंपनी से इस तथाकथित अंतरराष्ट्रीय सहयोग का सबूत मांग रहे हैं।
मामले की अहमियत: लोकेशन और वैधता ही असली वैल्यू तय करते हैं
‘साउथ नागपुर’ और ‘हिंगणा’ — दोनों क्षेत्रों का विकास और मूल्यांकन ढांचा पूरी तरह अलग है।
वहीं, RERA पंजीकरण ही वह आधार है जो खरीदार को पारदर्शिता, समयसीमा और रिफंड पॉलिसी की कानूनी गारंटी देता है।
अगर कोई प्रोजेक्ट RERA नंबर दिखा रहा है, तो वह MahaRERA पोर्टल पर वैध एंट्री से मेल खाना चाहिए। खरीदारों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी बुकिंग से पहले नियामक की वेबसाइट पर स्वयं सत्यापन करें।
डेवलपर्स की जिम्मेदारी और जनता की सुरक्षा
इतने बड़े स्तर की विज्ञापन मुहिम — राष्ट्रीय अखबारों से लेकर पैरामोटर शो तक — अगर भ्रामक दावों पर आधारित हो, तो यह उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है।
कंपनी और उसके मार्केटिंग पार्टनर्स पर यह जिम्मेदारी है कि वे सत्य और पारदर्शी जानकारी दें।
सही लोकेशन, वास्तविक RERA दस्तावेज़ और प्रमाणिक आर्किटेक्ट जानकारी प्रकाशित करना ही अब HoABL के लिए विश्वास बहाल करने का एकमात्र रास्ता है।
जो अभियान “लक्ज़री वॉटरफ्रंट” सपनों के रूप में शुरू हुआ था, वह अब कानूनी और नैतिक सवालों के घेरे में आ गया है।
जब तक HoABL अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करता, खरीदारों को हर दावा, हर लोकेशन और हर दस्तावेज़ को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करने की सलाह दी जाती है।


कंपनी का बयान: “रिफंडेबल बुकिंग्स पर RERA लागू नहीं”







