देश में 3 लाख 81 हजार से अधिक लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन
टीके के बाद प्रतिकूल असर के 580 मामले
नागपुर– केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि आज शाम 5 बजे तक तक कुल 3,81,305 लोगों को कोरोना वायरस (Coronavirus) का टीका लग चुका है. सोमवार, 18 जनवरी को 1,48,266 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कुल 580 टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाएं (AEFI) रिपोर्ट हुईं. कोविड वैक्सीन लगने के बाद मौतों के दो मामले रिपोर्ट हुए हैं. इन दोनों मौतों के पीछे वैक्सीन कारण नहीं है.
आंध्र प्रदेश में 9758, अरुणाचल प्रदेश में 1054, असम में 1822, बिहार में 8656, छत्तीसगढ़ में 4459 और दिल्ली में 3111 लोगों को वैक्सीन दी गई. हरियाणा में 3486, हिमाचल प्रदेश में 2914, जम्मू कश्मीर में 1139, झारखंड में 2687, कर्नाटक में 36888, केरल में 7070 और लक्षद्वीप में 180 लोगों के टीके लगाए गए. मध्य प्रदेश में 6665, मणिपुर में 291, मिजोरम में 220, नगालैंड में 864, ओडिशा में 22579, पुदुचेरी में 183 और पंजाब में 1882 लोगों का टीकाकरण किया गया. तमिलनाडु में 7628, तेलंगाना में 10352, त्रिपुरा में 1211, उत्तराखंड में 1579 और पश्चिम बंगाल में 11588 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस को बताया कि देश में अब तक कुल 580 Adverse event following immunization(AEFI)यानी टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाएं रिपोर्ट हुईं. अब तक कुल सात मामलों में हॉस्पिटलाइजेशन हुआ है. दिल्ली में अब तक 3 मामलों में हॉस्पिटलाइजेशन हुआ. दो मामलों में व्यक्ति डिस्चार्ज हो चुके हैं. एक मामले में व्यक्ति बेहोश हो गया था जिसको मैक्स पटपड़गंज में अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया है.
एईएफआई का एक मामला उत्तराखंड में हॉस्पिटल में एडमिट होने का था जिसमें व्यक्ति अभी स्थिर है और एम्स ऋषिकेश में भर्ती है. एक व्यक्ति छत्तीसगढ़ में हॉस्पिटल में एडमिट हुआ. वह राजसमंद के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में है. कर्नाटक में हॉस्पिटल में एडमिट होने के दो मामले आए. एक व्यक्ति ठीक है और चित्रदुर्ग के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में अंडर ऑब्जर्वेशन है. दूसरे मामले में प्रभावित चित्रदुर्ग के जनरल हॉस्पिटल में अंडर ऑब्जर्वेशन है.
वैक्सीन लगने के बाद मौतों के दो मामले रिपोर्ट हुए हैं. एक 52 साल का व्यक्ति मुरादाबाद का है. इस व्यक्ति को 16 तारीख को वैक्सीन लगी थी और 17 तारीख को उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम में सामने आया है कि Cardiopulmonary Disease यानी फेफड़ों में पस के पॉकेट बन जाना, दिल बड़ा हो जाना से मौत हुई. वैक्सीनेशन की वजह से मौत नहीं हुई है.