सब्जियों के सस्ते होने से किसान और दुकानदार दोनों का नुकसान
नागपूर : इन दिनों सब्जियों की आवक बढ़ने की वजह से सब्जियों के दाम काफी कम हो गए है. जिसके कारण बेचनेवाले दुकानदार और इसको उगानेवाले किसान दोनों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. कुछ महीने पहले सब्जियां खेतो में ज्यादा बारिश के कारण खराब होने की वजह से किसानों ने दोबारा सब्जियां लगाई थी. इसके कारण सभी फसल एक साथ आ गई. ऐसी परिस्थिति हर साल जनवरी महीने में रहती है. लेकिन इस वर्ष दिसंबर से ही शुरुवात हो चुकी है. स्थानीय उत्पादकों द्वारा सब्जियों की आवक दुगुनी होने के कारण सब्जियों के दाम सोच से भी कम हो गए है. कलमना और कॉटन मार्केट में कमीशन बचाने के लिए किसानो द्वारा शहर के कई जगहों पर सडको के किनारें सब्जियां बेचीं जा रही है.
गिट्टीखदान, अनंत नगर, हिवरीनगर, वर्धमाननगर, सक्करदरा, नंदनवन, महाल, बडकस चौक समेत अनेक भागों में किसान खुद सब्जियों की बिक्री कर रहे है. फूलगोभी (एक) 10 रुपये, पत्ता गोभी 5 रुपये प्रति किलो, पालक 5 रुपये प्रति किलोग्राम, मेथी 10 रुपये प्रति किलोग्राम, सीताफल 10 रुपये प्रति किलो, टमाटर 10 से 15 रुपये प्रति किलो, मूली 8 से 10 रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रही है. कही तो इससे भी कम दामों में सब्जियां बेचीं जा रही है. इस भाव में सब्जियों की बुवाई, मजदूरी और यातायात का खर्च भी किसानों का नहीं निकल रहा है. अनेको बार किसान पूरी गाडी का माल बोली लगाकर बेच देते है.
रविवार को खुदरा बाजार में किलो का भाव
बैगन 8 से 10 रुपये, फूलगोभी 10 रुपये, गोभी 10 रुपये, सीताफल 10 रुपये, हरी मिर्च 20 रुपये, टमाटर 20 रुपये, भिंडी 15 रुपये से 20 रुपये, कैरवे 20 से 25 रुपये, छोले 15 से 20 रुपये, ग्वार 25 से 30 रुपये, शिमला मिर्च 20 से 25, टोंडल 20 से 25, परवल 20, ढेमस 30, मूली 10 से 15, ककड़ी 10 से 15, गाजर 15 से 20 रुपए प्रति किलों में बिक रहे है.