गोंदिया:कौन बनेगा एमएलसी , किसके सिर सजेगा ताज ?
19 उम्मीदवारों का भाग्य मत पेटियों में बंद , कल खुलेगा पिटारा
गोंदिया । महाराष्ट्र विधान परिषद की नागपुर विभाग स्नातक (पदवीधर) सीट के लिए 6 जिलों के 322 मतदान केंद्रों पर पहुंचे ग्रैजुएट वोटरों , शिक्षित बेरोजगारों सहित शिक्षक , अधिकारी , कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सोमवार 1 दिसंबर को सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बैलेट पेपर से मतदान हुआ ।
कोविड के मुद्देनज़र प्रत्येक मतदान केंद्र की चुनावी सामग्री तथा परिसर को सैनिटाइज करने के साथ मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे वोटरों की थर्मल गन से स्क्रीनिंग की गई तथा मतदान केंद्रों के बाहर भीड़ जमा ना हो इसका भी पूरा ध्यान रखा गया और 2 गज की दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग ) का पालन हुआ।
इलेक्शन बूथ पर मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने में जुटे अधिकारी व कर्मचारियों को मास्क , गिलब्ज , पीपीई किट उपलब्ध कराए गए। कुल मिलाकर कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए विशेष सुरक्षा बरती गई।
गोंदिया जिले में 63. 68 फ़ीसदी मतदान
नागपुर विभाग पदवीधर मतदार संघ के लिए 6 जिलों में कुल वोटरों की संख्या 2 लाख 06 हजार 454 है इनमें गोंदिया जिले के कुल वोटरों की संख्या 16934 है जिनमें 7712 पुरुष तथा 3071 महिला मतदाता इस तरह कुल 10783 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया , जिले में वोटिंग परसेंटेज 63.68 रहा , जो काफी बेहतर है।
जिले की 8 तहसीलों में हुई वोटिंग परसेंटेज की बात करें तोगोंदिया तहसील में सबसे कम 55.16 तथा सड़क अर्जुनी में सबसे अधिक 75 .52 फ़ीसदी मतदान हुआ , वही सालेकसा 75.04 , आमगांव 73.01 , गोरेगांव 65.04 , देवरी 73.31 , अर्जुनी मोरगांव 71.04 रहा।
हार और जीत को लेकर कयासों का दौर जारी
मतदान संपन्न हो चुका है अब हार और जीत को लेकर कयासों का दौर जारी है।
वोट कटुवा उम्मीदवार किसका खेल बिगाड़ेंगे और किसका खेल बनेगा ? इस पर भी अटकलों का बाजार गर्म है वैसे बता दें कि इस चुनाव को लेकर जहां बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है वहीं शिवसेना, कांग्रेस, राष्ट्रवादी तथा सहयोगी दलों के गठजोड़ की महाविकास आघाड़ी ने ‘ मिशन परिवर्तन ‘ का नारा देते हुए चुनावी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी।
ग्रेजुएट वोटरों का इस चुनाव को विशेष रूप से इस बार अच्छा खासा प्रतिसाद मिला है।
महाविकास आघाड़ी कार्यकर्ताओं का कथन है कि-50 वर्षों के गढ़ में सेंध लगाकर , यह सत्ता बदलने की प्रक्रिया की शुरुआत है ,
वहीं वोटिंग पश्चात भाजपाई कार्यकर्ता बोले-उनके लिए प्रत्येक चुनाव एक परीक्षा है और 3 दिसंबर को रिजल्ट उन्हीं के पक्ष में आएगा।
बहरहाल 19 उम्मीदवारों का भाग्य मत पेटियों में बंद हो चुका है हर तरफ से जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन किसके सिर सजेगा ताज ? यह परिणाम तो चुनावी पिटारा तय करेगा। वोटों की गिनती कल होगी और दोपहर तक रुझान आने की उम्मीद है।
रवि आर्य