दुष्यंत चतुर्वेदी को संपर्कप्रमुख न बनाने के लिए उद्धव ठाकरे को दिया पत्र
नागपुर- शिवसेना राज्य में भाजपा को टक्कर देने की बातें कर रही है. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शहर में ही शिवसैनिकों में गुटबाजी दिखाई दे रही है. नाराज शिवसैनिकों ने सीधे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ही पत्र लिखने से सनसनी फ़ैल गई है. शिवसेना के विधायक दुष्यंत चतुर्वेदी संपर्कप्रमुख नहीं चाहिए, ऐसी मांग का पत्र नाराज शिवसैनिकों ने मुख्यमंत्री ठाकरे को दिया है. नागपुर शहर में बालासाहेब ठाकरे के जयंती के अवसर पर शिवसेना के दो गुटों ने अलग अलग कार्यक्रम किए थे. उद्धव ठाकरे के आगामी दौरे के ठीक पहले नागपुर शिवसेना में गुटबाजी उभरकर सामने आयी है.
नागपुर शहर के तीन पूर्व जिलाप्रमुखों के सिग्नेचर का पत्र ठाकरे को भेजा गया है. इनमें शेखर सावरबांधें, सतीश हरड़े और बंडू तागड़े शामिल है. वर्त्तमान के शहर संपर्कप्रमुख दुष्यंत चतुर्वेदी पर शिवसेना से पहले से जुड़े हुए शिवसैनिकों में नाराजगी है. पत्र में दूसरा संपर्कप्रमुख देने की मांग की गई है.
नागपुर महानगर पालिका चुनाव से पहले मुंबई के नेताओ ने समन्वय करना चाहिए, ऐसी मांग पत्र द्वारा की गई है. 26 जनवरी को नाराज शिवसैनिक उद्धव ठाकरे से मिलकर अपनी व्यथा सुनाएंगे.
महानगरपालिका चुनाव के मद्देनजर शिवसेना समन्वयको ने सोमवार को बैठक आयोजित की थी. इस बैठक में शहर के शिवसेना के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे. इस दौरान शिवसेना के इन पदाधिकारियों ने अपने मन की नाराजगी जताई थी. पार्टी के लिए कई वर्षो तक निष्ठा से काम करनेवाले पदाधिकारियों को साइडलाइन करके प्रमुख पद देने का आरोप इस दौरान पदाधिकारियों ने किया. इसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओ ने ‘ कांग्रेसी भगाओ ‘ की घोषणा देते हुए इस्तीफे भी दिए.
आगामी नागपुर महानगर पालिका के चुनाव के लिए शिवसेना ने पार्टी को संघटित करने के लिए प्रयास शुरू किए है. इसी के कारण शिवसेना ने कांग्रेस के प्रमुख कार्यकर्ताओ को अपने गले लगाया है. इसके बाद चतुर्वेदी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने भगवा झंडा भी हाथ में लिया है. नागपुर में पहले शिवसेना और कांग्रेस में विवाद भी हुआ था. लेकिन अब शिवसेना के भीतर ही नाराजगी उठने लगी है.