केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी संभालेंगे जिम्मेदारी
नागपुर: केंद्र सरकार कोयले से यूरिया खाद बनाने कोशिश में लगी है। फिलहाल इस काम का अध्ययन शुरू है। वहीं इसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को सौंपी है।
शनिवार 23 जुलाई को पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने जल्द किसानों को कोयले से निर्मित यूरिया खाद उपलब्ध होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यूरिया से खाद बनाने का प्रयोग अमेरिका और चीन में हो चुका है। इन देशों में बड़े पैमाने पर इसी प्रकिया से निर्माण भी हो रहा है। हमारे देश में यूरिया अन्य देशो के मुकाबले महंगी मिलती है और हमेशा इसकी उपलब्धता भी कम होती है। लेकिन कोयले से यूरिया खाद के निर्माण की लागत बेहद कम होती है। जिससे यह किसानों को सस्ती दर में उपलब्ध होगी। फ़िलहाल सरकार इस योजना पर अध्ययन कर रही है। अध्ययन के पूरा हो जाने के बाद महाराष्ट्र सरकार किसी निजी कंपनी के साथ मिलकर कोयले से यूरिया खाद का निर्माण करेगी। गडकरी के अनुसार कुल तीन तरहो से कोयले से यूरिया खाद बनाई जा सकती है।
- बंद कोल माइंस में तकनीक का इस्तेमाल कर कोयले के जलने से निकलने वाली मिथेन गैस से
- नई कोल माइंस की खुदाई के वक्त निकलने वाली गैस से
- कोयले को जलाकर
सरकार इन तीनों तरीकों का फिलहाल अध्ययन कर रही है। इसके अलावा नितिन गडकरी ने कोयले के उत्पादन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बीते 21 माह में वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने 10 नई खदाने शुरू की है। जिनसे कोयले का उत्पादन शुरू हो चुका है। खदानों के अगल बगल गंदे पानी की शिकायतों को देखते हुए डब्लू सी एल खदान के अगल-बगल रहने वाले लोगो को खुद शुद्ध पानी उपलब्ध कराएगा।