नागपुर: शहर में बिजली वितरण करनेवाली कंपनी एसएनडीएल के खिलाफ शहर के नागरिक आसानी से शिकायत कर सकें, इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर नागपुर शहर सुधार समिति (केंद्रीय ग्रामसभा) की ओर से प्रबोधनकार खराटे (उर्फ़ मधुकरजी खोड़े ) महाराज के हाथों सैकड़ों शिकायत के फॉर्म का मुफ्त में वितरण नागरिकों को किया गया. भांडे प्लॉट चौक स्थित अष्टविनायक लॉन में यह आयोजन किया गया था. इस दौरान संस्था के अध्यक्ष प्रवीण राऊत, मनपा विरोधी पक्ष नेता तानाजी वनवे, गुरुदेव सेवा मंडल के प्रभारी ज्ञानेश्वर रक्षक, प्राचार्य देवेंद्र राऊत, डॉ. प्रमोद माडवे, रामरावजी चोपड़े और बड़ी तादाद में नागरिक मौजूद थे.
इस दौरान प्रवीण राऊत ने बताया कि अवैध बिल, फॉल्टी मीटर के द्वारा नागरिकों को फ़ंसाना, मीटर टेस्टिंग के नाम से अवैध वसूली, कोर्ट के आदेश के बिना बिजली काटना, करारनुसार 5.7.5 के नियमानुसार शहर के अच्छे मीटर निकालकर बदलना, शहर के नागरिकों की इन बढ़ती शिकायतों को लेकर नागपुर शहर सुधार समिति ने फॉर्म नागरिकों में वितरित किए हैं. इस आवेदन में ग्राहकों को नाम, पता, फ़ोन नंबर, शिकायत का विषय लिखना होगा. उसके बाद उसकी ज़ेरॉक्स निकालकर एक आवेदन एसएनडीएल कार्यालय में देनी होगा और उसके बाद उस कार्यालय से अपनी कॉपी पर रिसिव्ड और उनके कार्यालय से कंपनी की मुहर लेनी होगी. राऊत ने नागरिकों से कहा है कि अगर एसएनडीएल यह शिकायत नहीं लेती है तो वे इस शिकायत आवेदन को सीधे गड्डीगोदाम स्थित महाराष्ट्र राज्य विघुत वितरण कंपनी के अधीक्षक अभियंता को दे सकते हैं.
इस दौरान राऊत ने बताया कि शहर में कुल 2 लाख 30 हजार 503 मीटर महल, गांधीबाग और सिविल लाइन में लगाए हैं. फौल्टी मीटर के कारण नागरिकों के बिल ज्यादा आ रहे हैं. लेकिन नागरिकों की शिकायतें भी कंपनी की ओर से नहीं ली जा रही हैं. 5.7.5 करार के अनुसार अच्छे मीटर बदलने का अधिकार कंपनी को नहीं था. बावजूद इसके मीटर बदले गए और जिसका भुगतान शहर के नागरिक कर रहे हैं.
एनएनडीएल कंपनी के पीआरओ दीपांशु खिरवटकर ने जानकारी देते हुए कहा कि शहर में जितने भी मीटर लगाए गए हैं वह सिक्योर कंपनी के हैं. यह राष्ट्रीय स्तर की कंपनी है. हम नागरिकों से एक हजार रुपए मीटर लगाने के लेते हैं उसमें सभी खर्च दिए होते हैं. जबकि मीटर हमें 560 में आता है. उन्होंने शिकायत को लेकर बताया कि एसएनडीएल नागरिकों की लिखित शिकायत भी लेती है.