यवतमाल। कपड़े पर सुंदर और आकर्षक नक्षीकाम कशीदाकारी कला के माध्यम से खुद सक्षम होकर अपने पैर पर खड़ी हुई रजनी शिर्के अब अन्य युवतियों को
प्रशिक्षण देंं रही है. वह सफल महिला उद्योजक बन चुकी है. विज्ञान इकाई की स्नातक रजनी ने किशोरी बचत गुट और महाविद्यालयीन छात्राओं को नक्षीकाम और कशीदाकारी का प्रशिक्षण देकर, उन्हें उनके पैरों पर खड़ा किया है. इस माह के अंत में इटली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में वह महाराष्ट्र का नेतृत्व करनेवाली है.
प्रगति मैदान पर शुरू 34 वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में महाराष्ट्र दालन में अपने कलाविष्कार का प्रदर्शन और बिक्री का सुवर्ण अवसर राज्य की विविध क्षेत्रों से आयी महिलाओं को उपलब्ध करवाई गई है. महिला उद्योजक यह इस वर्ष के व्यापार मेले की संकल्पना है. महाराष्ट्र लघु उद्योग विकास महामंडल ने 75 स्टाल बनाकर दिए है. 97 महिला उद्योजकों ने हिस्सा लिया है. इस दालन के निचली मंजील पर विविध विविध वस्तूओं के स्टाल है. इसमें 5 वें नंबर का स्टाल आनेवाले लोगों को आकर्षित करता है. उसमें वैशाली अविनाश रिंगने ने इंटेरिअर डिझाइन के लिए लगनेवाली विविध वस्तूओं को बनाकर सजाया है. दूसरी यवतमाल की रजनी शिर्के है. उन्होंने अत्यंत कठिन मानी जा रही कशीदाकारी को उनका शौक और बाद में जीवनयापन और समाजकार्य का माध्यम बनाया है. एमस्सी मॅथ्स शिक्षा पूरी कर अध्यापक बनने के स्थानपर नौकरी को बाय-बाय कहते हुए कशीदाकारी को लक्ष्य बनाया. उनके परिजनों ने दिए गए प्रोत्साहन और सहायता से आज उनका उद्योग फल-फूल रहा है. यह कला जिंदा रहें, इसके लिए उन्होंने अन्य महिलाओं को भी इसका प्रशिक्षण देना शुरू किया है. इसके लिए कई प्रकार के सुईयां, रंगीत धागे और रिंग इतने अल्प और स्वस्त साधन में यह कला सिखाई है. एक पेटिंग तैयार करने के लिए 4 माह लगते है. मगर घर के सारे कामकाज कर प्रति दिन 5 घंटे देकर कपड़े पर धागे के माध्यम से चित्र निर्माण करती है. उसी काम को आज उचीत मुआवजा मिल रहा है. यह कला ज्यादा लोगों तक पहुंचे और अन्य महिला भी खुद के पैर पर खड़े रहें, इसलिए उन्होंने युवतियों का बचतगुट बनाकर उन्हें भी प्रशिक्षण दिया है. अब यह युवतियां भी काम के बदले पैसा कमा रहीं है. सावित्रीज्योति समाजकार्य महाविद्यालय की छात्राओं को कमाओ और पढ़ों योजना में यह प्रशिक्षण दिया है.
29 नवंबर से इटली में मिलान में शुरू हो रहें 19 वें अंतरराष्ट्रीय हस्तकला बिक्री प्रदर्शनी में रजनी शिर्के महाराष्ट्र लघु उद्योग विकास महामंडल की ओर से शामिल होंगी. रजनी द्वारा बनाई गई कलाकृतियां 10 हजार रुपए से 2 लाख रुपए तक बेची जाती है. वैशाली द्वारा तैयार किया गया इंटेरिअर डेकोरेशन डिझाइन के लिए लगनेवाला ग्लासवर्क, कुंदन रंगोली, सुंदर सजाए सर्विस ट्रे, प्लोटिंग दिपक भी बिक्री के लिए उपलब्ध है.