Published On : Fri, Sep 19th, 2014

मलकापुर : कक्षाओं में कम, कोचिंग कक्षाओं में ज्यादा पढ़ाते हैं शिक्षक

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प्रोफेशनल टीचर्स ने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा, रोक लगाने की मांग की

Malkapur
मलकापुर (बुलढाणा)। मलकापुर शहर में स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षक खुलेआम कोचिंग कक्षाएं चला रहे हैं, जबकि कानूनी तौर पर इस पर रोक लगी है. ये शिक्षक़
कक्षाओं में बच्चों को विभिन्न तरह की धमकी देकर उनकी कक्षाओं में पढ़ने को मजबूर करते हैं. निजी कोचिंग कक्षाएं चलाने वाले टीचरों ने प्रोफेशनल टीचर्स एसोसिएशन महाराष्ट्र राज्य की मलकापुर शाखा के बैनर तले हाल में जिलाधीश को एक ज्ञापन देकर ऐसे शिक्षकों और उनकी कक्षाओं पर रोक लगाने की मांग की है. ऐसा ही ज्ञापन शिक्षणाधिकारी माध्यमिक बुलढाणा, उपविभागीय पुलिस अधिकारी मलकापुर, गट शिक्षणाधिकारी और मलकापुर के पुलिस निरीक्षक के साथ ही शहर के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के प्राचार्य को भी दिया है.

रोजी-रोटी का एकमात्र साधन
एसोसिएशन ने जिलाधीश को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि उनका कोचिंग कक्षाओं के अलावा रोजी-रोटी का और कोई साधन नहीं है. वे किसी स्कूल और कॉलेज में पढ़ाते भी नहीं है. और तो और वे जो कमाई करते हैं उसका टैक्स सभी चुकाते हैं. मगर विभिन्न स्कूल और कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षक सरकारी रोक के बावजूद खुलेआम विभिन्न कोचिंग कक्षाओं में पढ़ा रहे हैं या फिर अपनी कोचिंग कक्षाएं खोल कर बैठे हैं.

शिक्षकों के बेरोजगार होनी की नौबत
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि ये शिक्षक बच्चों को प्रैक्टिकल के अंक नहीं देने अथवा टेस्ट परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर उनकी कक्षाओं में विद्यार्थियों को आने के लिए बाध्य करते हैं. इसके चलते केवल कोचिंग कक्षाएं चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले शिक्षकों के बेरोजगार होनी की नौबत आ गई है. ज्ञापन में कहा गया है कि अगर इन शिक्षकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.

उपजिलाधिकारी ने लिया ज्ञापन
एसोसिएशन ने जिलाधीश की ओर से उपजिलाधिकारी रमेश घेवंदे को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष प्रा. विजयकुमार तायड़े, शहर अध्यक्ष प्रा. नरेश तायड़े, जिला कोषाध्यक्ष संदीप सोनटक्के, प्रा. मोरे, प्रा. संदीप नाफड़े, प्रा. जितेंद्र वैद्य, प्रा. मंगेश शेटे, प्रा. संजय नाफड़े, प्रा. रविंद्र सपकाल, प्रा. किशोर मोरे, प्रा. प्रदीप पाटिल, प्रा. आनंद चौथे, प्रा. कोलते, प्रा. जी. एस. वराडे, प्रा. प्रवीण जावरे, प्रा. रवि बगाड़े, प्रा. शैलेष सपकाल, प्रा. विनोद घोडे, प्रा. योगेश पाटिल आदि उपस्थित थे.