Published On : Wed, Mar 4th, 2015

बुलढाणा : “स्वाईन फ्लू” से न डरे – जिलाधिकारी कुरुंदकर

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प्रशासन तैयार, जिले में टॅमी फ्लू की गोलियों की आपूर्ति

24 घंटे में होगी संदेहास्पद मरीज का निदान
चार आयसोलेशन कक्ष स्थापन, 15 हजार के करीब मास्क उपलब्ध

Kurundkar
बुलढाणा। जिले में स्वाईन फ्लू के दो मरीज पॉझिटिव मिलने से हड़कंप मचा है. स्वाईन फ्लू बिमारी पर परिणाम कारक टॅमी फ्लू की गोलिया जिले में उपलब्ध है. जिले में सामान्य अस्पताल बुलढाणा, शासकीय अस्पताल खामगांव, उपजिल्हा अस्पताल, मलकापूर और शेगांव में मरीजों के लिए जांंच केंद्र खोले गए. तथा ग्रस्त मरीजों के उपचार के लिए चार जगह आयसोलेशन कक्ष स्थापन किए गए. इस बिमारी के नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन तैयार होकर नागरिकों ने इस बिमारी से डरे नही ऐसा आवाहन जिल्हाधिकारी किरण कुरूंदकर ने किया है.

नियोजन समिति के कक्ष में स्वाईन फ्लू बिमारी के संदर्भ में बैठक आयोजित की गई थी. इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधीकारी दीपा मुधोल, जिला शल्य चिकीत्सक डॉ. हिवाले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कसबे, शिक्षणाधीकारी माध्यमिक वैशाली ठग और तालुका स्वास्थ अधिकारी आदि उपस्थित थे. तालुका मुख्यालय में कुछ मेडीकल स्टोअर्स में अन्न और दवाई प्रशासन विभाग की अनुमती से टॅमी फ्लू की गोलियां रखने की कार्रवाई करने पर सूचित करते हुए जिलाधिकारी ने कहां कि, सैलानी यात्रा के दौरान बिमारी को नजर अंदाज न करते हुए अधिक प्रमाण में उपाय योजना करे, यात्रा में बाहर गांव से आनेवाले लोगों को बिमारी के लक्षण है तो तुरंत उसे अस्पताल में जांच कराने का आवाहन किया गया.

यात्रा में डाक्टरों ने लाऊड स्पीकर द्वारा यात्रियों में जनजागृती करे. डाक्टर्स, नर्सेस, वैद्यकीय अधिकारी ने मरीज को जांच करते समय मास्क पहनने का आवाहन किया. अंगणवाडी सेविका, शिक्षकों ने बच्चों में सर्दी, खासी, गले में खराश, जुलाब, शरीर दुखना, सरदर्द और उल्टियां, गले में सूजन और बुखार लगने पर तुरंत उसे अस्पताल में दिखाए तथा स्वाईन फ्लू के संदर्भ में मार्गदर्शन करे. निजी डाक्टर्स को ऐसे लक्षण के मरीज मिलने पर तुरंत सामान्य अस्पताल में जांच के लिए भेजे. तापमान बढने के साथ स्वाईन फ्लू का विषाणु एच1 एन1 नियंत्रण में आता है. संदेहास्पद मरीज का थ्रोट स्वॅब पुणे के राष्ट्रीय विषाणू संशोधन संस्था के पास भेजकर 24 घंटे अंदर निदान किया जाता है.

जिला परिषद स्वास्थ्य यंत्रणा से बुखार के मरीजों की जानकारी पीएचसी और निजी डाक्टर्स हर सप्ताह में ली रही है. जिले में 45 जांच केंद्र के ओपीडी में 12 हजार 617 मरीजों की जांच की गई जिसमे 6 संदेहास्पद मरीज मिले है. जिले में 15 हजार मास्क का संग्रह है.  जो हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वितरित किये गए है. ऐसा जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. कसबे ने बताया. इस दौरान संबंधित यंत्रणा के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.

ऐसी ले सावधानी
बार-बार साफ पानी से साबुन से हाथ धोये, सर्दी, खासी, गले में खराश, जुलाब, शरीर दर्द, सरदर्द और उल्टियां, गले में सूजन, बुखार, छाती में दर्द, रक्तचाप कम होना, नाखून नीले और काले पड़ना, शरीर दुखने से तुरंत अस्पताल जाए तथा जांच केंद्र में थ्रोट स्वॅब जांच करे.

पौष्टीक आहार ले
निम्बू, आवला, मोसंबी, संतरा, हरी सब्जियां खाने में समाविष्ट करे. ज्यादा पानी पिए, नींद और आराम करे.
बाधित व्यक्ति से हाथ ना मिलाये. भीड़-भाड़ की जगह जाने से बचे तथा सार्वजनिक जगह थूके नही.