नागपुर – इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू ) देश भर में फैले हुए छात्रों की शिक्षा की जरूरतों को पूरा करते हुए दूर दर्ज तक पहुंचने पर जोर दे रहा है. इग्नू समाज के वंचित वर्गों जैसे कैदियों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, तृतीयपंथी, ग्रामीण और अन्य लोगों को शिक्षा का अवसर प्रदान करने का प्रयास कर रहा है.
इग्नू बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए, बीएसडब्ल्यू और बीटीएस पाठ्यक्रमों में एससी, एसटी उमेदवारों को शुल्क में छूट दे रहा है. अब जुलाई 2017 सत्र से इग्नू ने कई अन्य पाठ्यक्रमों में भी यह सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है. इसमें सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम (एडवांस और पीजी प्रमाणपत्र डिप्लोमा सहित ) और रिसर्च डिग्री पाठ्यक्रम शामिल है. इग्नू लगभग 60 प्रमाणपत्र स्तर और 52 डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों की पेशकश कर रहा है. विश्वविद्यालय जनवरी और जुलाई दो सत्रों में प्रवेश प्रदान करता है. साथ ही इग्नू ने जुलाई 2017 सत्र के प्रवेश की अंतिम तारीख 18 अगस्त तक बढ़ा दी है.
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र जो अन्य एजेंसियों से किसी भी प्रकार की फ़ेलोशिप या शुल्क छूट का लाभ उठा रहे हैं. ऐसे विद्यार्थी एस.सी.एस.पी, टी.एस.पी योजना के तहत इस शुल्क छूट के लिए पात्र नहीं हैं.
शिक्षार्थियों एस.सी.एस.पी और टी.एस.पी के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को विवरण पुस्तिका के अनुसार शुल्क छूट के लिए जाति प्रमाणपत्र और प्रवेश फॉर्म जमा कराना होगा. इसे इग्नू की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है. इग्नू एमबीए प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 21 अगस्त तक है. इग्नू एमबीए प्रवेश के लिए अब कोई भी स्नातक 50 प्रतिशत अंकों के साथ प्रवेश कर इस कोर्स को 2 साल में पूरा कर सकता है.